सूरत : गाड़ी में सामान ले कर जा रहे व्यापारी को पुलिस का डर दिखाकर पैसे हड़पने वाला निलंबित कांस्टेबल पुलिस की पकड़ में

निलंबित पुलिस कांस्टेबल ने पुणा-केनाल रोड पर एक कार चालक को पुलिस के नाम से डरा-धमकाकर उससे नौ हजार रुपए की जबरन वसूली की

पुलिस ने पुणा-केनाल रोड पर एक कार चालक को पुलिस के नाम से डरा-धमकाकर उससे नौ हजार रुपए की जबरन वसूली करने के मामले में एक निलंबित पुलिसकर्मी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किया गया आरोपी पुलिस का नाम बताकर अवधूत सोसाइटी के पास एक मसाला व्यापारी से कथित तौर पर 9,000 रुपये छीन लिए और साथ ही कार को जब्त करने की धमकी दी।
मामले की जांच कर रहे पुलिस उप निरीक्षक जे एच राजपूत ने बताया कि पासोदरा कृष्णा रो हाउस निवासी पीडि़त व्यापारी राजेश जासोलिया ब्लडप्रेशर के मरीज हैं। शुक्रवार को लस्काना के महीदा नगर सोसाइटी में साईनाथ मसाला नामक दुकान के मालिक और मूल रूप से भावनगर के रहने वाले राजेश बावचंद जसोलिया एक पखवाड़े पहले अपनी पत्नी संगीता के साथ पुणे में अर्चना स्कूल के पास अक्षरदीप क्लिनिक में डॉक्टर के पास गए थे। जहां से वह अपनी कार GJ-15CB-6805 में घरेलू सामान खरीदकर घर के लिए घर लौट रहे थे। दंपति पुणे कैनाल रोड पर रंग अवधूत सोसाइटी चौराहे से गुजर रहे थे, तभी एक सफेद रंग की केयूवी 100 कार राजेश की कार के सामने फिल्मी अंदाज में खड़ी हो गई। कार में आये युवक ने उन्हें रोका और कार साइड में लगाने के लिए कहा। उन्होंने कार साइड में ली तो उसने अपनी पहचान पुलिसकर्मी के रूप में दी और राजेश को जल्द से जल्द कार में बैठने को कहा। कार में बैठने के बाद पुलिस के स्वांग में आये आरोपी ने कहा कि उनकी कार जमा करनी होगी। 
फिर कार जमा करने की धमकी देकर उनसे जबरन नौ हजार रुपए ले लिए और अपनी कार में सवार होकर निकल गया। उस समय तबीयत ठीक नहीं होने के कारण राजेश ने पुलिस से संपर्क नहीं किया। शनिवार को अहमदाबाद में पढऩे वाले उनके पुत्र मिहिर के घर लौटने पर उन्होंने उससे इस बारे में बात की। हालांकि राजेश ने आरोपी का कार नंबर GJ-5 RG-0692 देख लिया था। जिसके आधार पर राजेश ने पुणागाम पुलिस थाने गए और शिकायत दर्ज करवाई। गाड़ी नंबर की जाँच करने पर रुपए ऐंठने वाले निलंबित पुलिसकर्मी प्रकाश पाटिल होने के जानकारी सामने आने पर रविवार को उसे गिरफ्तार कर लिया।
राजपूत ने बताया कि आरोपी प्रकाश पाटिल पहले भी इसी तरह लोगों को डरा धमका कर जबरन वसूली करने के मामले में पकड़ा जा चुका है। वह पहले पुणागाम थाने में ही तैनात था। उस दौरान जबरन वसूली करते हुए पकड़ा था। महिधरपुरा थाने में भी उसके खिलाफ जबरन वसूली का मामला दर्ज हो चुका है। उस दौरान उसे पुलिस मुख्यालय में स्थानान्तरित कर निलंबित कर दिया गया था। प्रकाश पाटिल ने अपनी कार के डैश बोर्ड पर पुलिस लिखी प्लेट लगा रखी थी। वह कार में बिना वर्दी के पुलिस का डंडा भी लेकर घूमता था। यदि कोई पीडि़त उसे पहचान-पत्र दिखाने के लिए कहता तो उसके साथ अभद्र व्यवहार कर डराता-धमकाता भी था। इसके अलावा प्रकाश पाटिल ने डेढ़ माह पूर्व आंतरिक पुलिस की आड़ में दिल्ली गेट पर कार में तोड़फोड़ की। इसके अलावा उसके खिलाफ साल 2001 में पुणे पुलिस में फिरौती का मामला दर्ज किया गया है। प्रकाश पाटिल वर्तमान में निलंबित हैं।
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