महेसाणा : महंत द्वारा समाधि लेने की घोषणा को लेकर तर्क-वितर्क

महेसाणा : महंत द्वारा समाधि लेने की घोषणा को लेकर तर्क-वितर्क

पुलिस प्रशासन का स्पष्टीकरण, कहा - महंत ने केवल सांस रोकने की बात की है!, भूतकाल में पार्षद चुनाव लड़ चुके हैं महंत

महेसाणा के छठीयारडा गांव स्थित सत्य संशोधन केंद्र कबीर धाम के महंत सप्त शुल उर्फ राजूभाई द्वारा कथित रूप से चार अप्रेल को समाधि लेने की घोषणा को लेकर कई प्रकार के तर्क-वितर्क लग रहे हैं। 
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक महंत ने 2018 में अहमदाबाद के वाडज में एक कार्यक्रम के दौरान घोषणा की थी कि वे आगामी 4 अप्रेल, 2021 को समाधि लेंगे। बता दें कि महंत का जन्मदिन 4 अप्रेल, 1971 है। इस कथित घोषणा के बाद क्षेत्र में लोकचर्चा गर्म है। हालांकि ये समाधि किस प्रकार की होगी इसको लेकर कुछ स्पष्ट नहीं है। उनके  अनुयायी जहां ये दावा कर रहे हैं ४ अप्रेल को रात १० से ११ बजे के बीच वे सहज सुन समाधि लेंगे। एक अनुयायी ने यह दावा किया कि चार अप्रेल को महंत अपनी देह छोड़ देंगे। इस घटनाक्रम के बाद क्षेत्र में उत्सुकता का माहौल है।
रिपोर्ट के अनुसार महंत के परिजन ये अपील कर रहे हैं कि वे समाधि न लें क्योंकि उनके जैसे महापुरुषों की देश को जरूरत है। जैसे -जैसे मामले की जानकारी लोगों को मिल रही है, कार्यक्रम स्थल पर अऩुयायी उमड़ रहे हैं। पुलिस बंदोबस्त भी तैनात कर दिया गय है। पुलिस के अनुसार उनका लक्ष्य है कि सोशल डिस्टेंसिंग बना रहे।
हालांकि इस मामले में रिपोर्ट में उच्च पुलिस अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि महंत ने केवल सांस रोकने की बात कही है और वे न कोई गढ्ढा खोदने वाले हैं और न ही जल समाधि लेने वाले हैं।
बता दें कि महंत भूतकाल में पुराने वाडज से भाजपा की ओर से पार्षद का चुनाव लड़ चुके हैं जिसमें उनकी पराजय हुई थी। वे पिछले काफी समय से आध्यात्म के मार्ग पर चल पड़े हैं।