वलसाड : इस बंदर महाशय ने एक महीने से गांववासियों की नाक में दम कर रखा था, बड़ी मुश्किल से वन्यकर्मियों ने हत्थे चढ़ा है!

वलसाड : इस बंदर महाशय ने एक महीने से गांववासियों की नाक में दम कर रखा था, बड़ी मुश्किल से वन्यकर्मियों ने हत्थे चढ़ा है!

गाँव में जंगली जानवरों द्वारा लोगों के परेशान करने के कई मामले सामने आते ही रहते है। इसी बीच गुजरात के चिखली में आए सादड़वेल-हरणगाम से गाँववालों की नाक में दम कर रखने वाले एक बंदर को पकड़ लिया है। पकड़ने के बाद अब बंदर को गाँव से दूर जंगल में छोड़ने की तैयारी चल रही है। 
वन विभाग द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, चिखली के सादड़वेल गाँव में पिछले एक महीने से एक बंदर ने लोगों को परेशान कर के रखा था। मस्तिखोर बंदर लोगों के घर में घुस जाकर उनके घर में तूफान मचा देता था। जिसके चलते गाँव वालों ने उनका संपर्क किया था। जिसके चलते वनविभाग ने अपने सदस्यों के साथ मिलकर बंदर को पकड़ने का प्रयास किया। हालांकि जब भी वनविभाग के कार्यकर्ता उसके पास पहुँचते वह पेड़ पर चढ़ जाता। इसके चलते वाइल्डलाइफ वेलफेर फाउंडेशन की टीम द्वारा बंदर महाशय पर लगातार नजर रखी गई थी।
रात को करीब 11 बजे बंदर फिर नीचे उतरा था और आगांव के प्रकाशभाई के घर में घुस गया था। वाइल्डलाइफ की टीम ने फिर सुए पकड़ने का प्रयास किया तो बंदर भागकर प्रकाशभाई के घर के बाथरूम में घुस गया था। वाइल्डलाइफ की टीम ने बंदर को बाथरूम में ही बंद कर दिया गया था। जिसके बाद सुबह वन विभाग की टीम के साथ मिलकर बंदर को सलामत तौर पर रेस्क्यू कर जंगले में छोड़ने की कार्यवाही की गई थी।