जमाई की मौत का दिलासा देने आए पिता को आया दिल का दौरा, एक ही दिन के अंतर में महिला ने खोये पिता और पति

जमाई की मौत का दिलासा देने आए पिता को आया दिल का दौरा, एक ही दिन के अंतर में महिला ने खोये पिता और पति

पुत्री के ऊपर आने वाली समस्याओं की चिंता में पिता को भी आया दिला का दौरा

किसी भी व्यक्ति के लिए अपना स्वजन गंवाना काफी दुखदायी होता है। ऐसी परिस्थिति में पुरुष तो अपने मन पर पत्थर रख भी लेता है, पर महिला अपने जज़्बात नहीं रोक पाती। उसमें भी जब एक साथ ही किसी महिला के पति और पिता दोनों की मृत्यु हो जाये तो उस पर तो मानों पहाड़ ही गिर गया हो। कुछ ऐसा ही अड़ाजन की इस महिला के साथ, जब उसके पति की मौत का दिलासा देने आए पिता अपनी का भी दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी। 
विस्तृत जानकारी के अनुसार, अड़ाजन के गुजरात गेस सर्कल के पास लक्ष्मीकृपा सोसाइटी में रहने वाले एक वरिष्ठ पत्रकार के पुत्र को दिला का दौरा आने से मौत हो गई थी। बालूभाई छोड़वडिया जो की शहर के विभिन्न समाचारपत्रों में पत्रकार के तौर पर काम कर चुके है। पिछले चार साल से बालूभाई वडताल स्वामीनारायण मंदिर  के ऑनलाइन दर्शन करवाने की वेबसाइट पर काम करते थे। उनका सबसे छोटा पुत्र विजय (46 साल) हीरा के कारखाने में काम करके पत्नी जिग्ना सहित अपने एक पुत्र और पुत्री का गुजारा करता था। 
घर में सभी काफी हंसी-खुशी से रहते थे। हालांकि एक दिन अचानक काम पर से वापिस आने पर विजयभाई को तबीयत खराब लगने लगी। इस बारे में पिता से बात करने पर उन्होंने डॉक्टर के पास जाने कहा। पर दोनों और कुछ समजे इसके पहले ही विजयभाई को अचानक दिल का दौरा पड़ा और उनकी मृत्यु हो गई। पति की इस तरह अकाल मृत्यु हो जाने पर जिग्ना सहित पूरे परिवार में गम का माहौल छा गया। बेटी के इस कठिन समय में उसे दिलासा देने के लिए पिता मगनभाई भी उसके ससुराल पहुंचे थे। 
अपनी बेटी पर इस तरह से अचानक ही मुसीबतों का पहाड़ देखकर मगन भाई और उनका परिवार भी दुख के सागर में डूब गया था। गुरुवार को मगनभाई उयर उनके परिवार के अन्य सदस्य बेटी के ससुराल गए थे। जहां बेटी की चिंता में पिता को भी दिल का दौरा आ गया था और वह भी वहीं गिर गए थे। एक ही दिन के अंतर में पति और पिता दोनों को खो देने वाली पुत्री की स्थिति मानो काटो तो खून नहीं ऐसी हो गई थी। 
Tags: Gujarat