सूरतः गाँव में रहने वाले कोरोना रोगियों को अस्पताल ले जाने के लिए विद्यार्थी ने मुफ्त एम्बुलेंस सेवा शुरू की

सूरतः गाँव में रहने वाले कोरोना रोगियों  को अस्पताल ले जाने के लिए विद्यार्थी ने मुफ्त एम्बुलेंस सेवा शुरू की

वीर नर्मद दक्षिण गुजरात युनिवर्सिटी में पीएचडी के लिए अध्ययन करने वाले छात्र की अनूठी पहल

छात्र ने ऑक्सीजन की सुविधा के साथ एम्बुलेंस को चालू किया
दक्षिण गुजरात के कोरोना मरीजों को नई सिविल अस्पताल एवं सूरत के अन्य अस्पतालों में ले जाने के लिए वीर नर्मद दक्षिण गुजरात युनिवर्सिटी के  PhD के  छात्र ने  मुफ्त एम्बुलेंस सेवा शुरू की है। बिलिमोरा के भाठला गांव के रहने वाले और वर्तमान में नर्मद विश्वविद्यालय में हिंदी में पीएचडी की पढ़ाई कर रहे सनम पटेल ने सेवा के लिए स्व खर्च से  एक एम्बुलेंस खरीदी है। जिसमें वे सूरत के आसपास के गांवों के मरीजों को मुफ्त में शहर के अस्पताल तक पहुंचाते हैं।
सनम पटेल ने कहा कि यदि ग्रामीण कोरोना के मरीजों को सूरत के सिविल, स्मीमेर या निजी अस्पतालों में भर्ती होने के लिए मजबूर किया जाता है, तो निजी एम्बुलेंस आपात स्थिति में उच्च किराया वसूलती हैं। इसलिए हमारे नवयुग साई चैरिटेबल ट्रस्ट ने एक एम्बुलेंस खरीदी है। जो ऑक्सीजन सहित सभी सुविधाओं से लैस है। इस एम्बुलेंस को ले जाने वाले लोगों से कोई शुल्क नहीं लिया जाता है। अगर कोई ड्राइवर नहीं है, तो मैं एंबुलेंस में मरीज को अस्पताल ले जाऊंगा। हमारी एम्बुलेंस द्वारा हर दिन आठ से दस कोरोना के मरीज सूरत के अस्पतालों में जा रहे हैं।
कोरोना की स्थिति को देखते हुए 50 बोतल ऑक्सीजन भी खरीदी। ताकि अगर आसपास के किसी भी गाँव को ऑक्सीजन की जरूरत पड़े, तो हम उसे पहुंचा सकें। हम कोरोना रोगियों को बेहतर उपचार प्रदान करने के लिए 50 बेड का कोविड केयर सेंटर भी शुरू करेंगे। फिलहाल इसके लिए स्वीकृति जारी है। इसके साथ ही हम उन बच्चों को पढ़ाएंगे जो कोरोना अवधि के दौरान अनाथ हो गये हैं। हम वर्तमान में 10 बच्चों को पढ़ा रहे हैं। 
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