सूरत : जिस दिन एक-एक दुकानदार एसएमए का मेंबर बन जाएगा, उस दिन सूरत के व्यापारी के साथ धोखाधडी करना असंभव हो जाएगा : एसएमए प्रमुख
By Loktej
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मीटिंग में कानूनी विशेषज्ञों डॉ. अरुण लाहोटी तथा ताराचंद खिलेरी ने सभी व्यापारी भाईयों को जमीन जायदाद सम्बंधित कानूनी पेचीदगियों से अवगत कराया
सूरत मर्कन्टाइल ऐसोसिएशन के तत्वावधान में नियमित साप्ताहिक समस्या समाधान मिटिंग का आयोजन दिनांक 26/06/2022 रविवार को प्रातःकाल 9 से 10 बजे तक मनभरी फार्म हाउस के प्रांगण में एसएमए प्रमुख नरेन्द्र साबू व उनकी पूरी पंच पैनल की टीम की उपस्थिति में आयोजित की गई है। मीटिंग में लगभग 165 व्यापारी भाईयों ने हिस्सा लिया तथा 45 आवेदन व्यापारी भाईयों ने समाधान हेतु प्रस्तुत किये हैं, जिसमें से 2 आवेदन का तुरंत समाधान हो गया, बाकी पंच पैनल और लीगल टीम को सौंप दिया है, जो की समयावधि के साथ समाधान प्रक्रिया में आ जायेंगे। मीटिंग में कई व्यापारी भाईयों ने सूरत मर्कनटाइल ऐसोसिएशन की सहायता से उनका अटका हुआ रुपया वसूल हुआ है, इसकी जानकारी सभी व्यापारी भाईयों के साथ शेयर की है।
सभी व्यापारी भाईयों से एसएमए प्रमुख नरेंद्र साबू ने कहा कि आप अपने मार्केट में एक-एक दुकान पर सूरत मर्केंटाइल एसोसिएशन का निःशुल्क सुरक्षा स्टीकर लगाएं तथा निःशुल्क सदस्यता फार्म भरकर एसएमए के अधिकृत सदस्य स्वयं बनें तथा मार्केट के दूसरे व्यापारी भाईयों को भी सदस्य बनाएं। उनका कहना है जिस दिन सूरत का एक-एक दुकानदार सूरत मर्केंटाइल एसोसिएशन का मेंबर बन जाएगा, उस दिन सूरत के व्यापारी के साथ चीटिंग यानी धोखाधडी करना असंभव हो जाएगा। मीटिंग में सूरत के जाने-माने प्रोपर्टी यानी जमीन जायदाद के कानूनी विशेषज्ञों डॉ. अरुण लाहोटी तथा ताराचंद खिलेरी ने एसएमए का मंच साझा करते हुए पधारे हुए सभी व्यापारी भाईयों को जमीन जायदाद सम्बंधित कानूनी पेचीदगियों से अवगत कराया तथा कैसे कानूनी रीति-नीति से भाडा करार, जमीन-जायदाद की ले-बेच करें।
मीटिंग में अशोक गोयल,आत्मा राम बाजारी,राजीव उमर, महेश पाटोडिया, राजकुमार चिरानिया,हेमन्त गोयल, मनोज अग्रवाल ,दुर्गेश टिबडेवाल, घनश्याम माहेश्वरी, केवल असीजा, मुकेश अग्रवाल, अरविंद जैन,चीकू भाई ,राजेन्द्र कनोडिया ,रामकिशोर बजाज,प्रकाश बेरीवाल एवं अमित तापडिया आदि की सादर उपस्थिति रही है।
मिल्कियत ले-बेच करे तो डॉक्युमेंट्स की पूरी जाँच करे एवं लीगल एडवाइज ज़रूर लेवें : डॉ.अरुण लाहोटी
उदबोधन से पहले एसएमए कोर कमेटी ग्रुप के सदस्य दुर्गेश टिबडेवाल ने डॉ. अरुण लाहोटी का परिचय देते हुए उनकी अदभुत उपलब्धियों से सभी व्यापारी भाईयों को परिचय कराया। इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण और मुख्य बात "अशान्त धारा" के बारें में भिन्न भिन्न प्रकार की गलतफहमियों को दूर किया। अपितु यह भी बताया कि "अशांत धारा" हमारे सबके लिए क्यों जरुरी है तथा फायदेमंद है। डॉ.अरुण लाहोटी ने मुख्य 7 बातें बताते हुए कहा कि अशांत धारा क़ानून जटिल नही है बल्कि सरल है और जनहित में है।
अशांत धारा विस्तार में मिल्कियत ले-बेच, भाड़े में, किसी भी तरह के ट्रांसफर में अशांत धारा की परमिशन लेनी ज़रूरी है। अशांत धारा का ऑर्डर अर्ज़ी करने के बाद 20-30 दिन में आ जाता है उसके बाद ही अग्रीमेंट बनावे। गैरक़ानूनी तरीक़े से बिना ऑर्डर के अग्रीमेंट बनाना क़ानूनी तौर पर आप गुनहगार बनते हो जिससे आपको बचना चाहिए।
मिल्कियत ले-बेच करे तो डॉक्युमेंट्स की पूरी जाँच करे एवं लीगल एडवाइज ज़रूर लेवें। लीगल समस्या पर चाहे समाधान से चाहे कार्यवाही से जैसे भी हो निर्णय तुरंत लेवे, उसमें समय व्यर्थ ना करे। सरकारी प्रणाली को अपनाए एवं उसके साथ चले जिससे कार्य आसानी से जल्द पूर्ण हो सके।
सभी व्यापारियों को अशांत धारा नियम का पालन करना चाहिए : ताराचंद खिलेरी
ताराचंद खिलेरी ने भी बहुत बढ़िया तरीके से अशांत धारा के बारे में समझाया वह एक बहुत बढ़िया सूत्र दिया है, जिसको सभी व्यापारियों को पालन करना चाहिए। दुकान भाड़े पर लगाते वक्त जिससे उनका काम बहुत ही सुचारू रूप से होगा। अतः अशांत धारा नियम के अंतर्गत रिंग रोड पर आने वाले सभी टेक्सटाइल मार्केट में बनने वाले भाड़ा करार से पहले अशांत धारा की मंजूरी लेनी होती है। अशांत धारा के अंतर्गत लगने वाले समय से बचने के लिए व्यापारियों को अशांत धारा की अनुमति दुकान भाड़े पर लगने की तारीख से महीने पहले ही आवेदन कर देना चाहिए, जिससे सभी व्यापारियों का समय बचेगा।
कानूनी सलाहकार से सलाह लेकर अशांत धारा का काम तुरंत करवा लेना चाहिए : नरेंद्र साबू
एसएमए प्रमुख नरेंद्र साबू ने व्यापारी वर्ग को संबोधित करते हुए कहा अशांत धारा में रहते हुए किस तरीके से अपने को सुचारू रूप में अपना काम बढ़ाना है उस पर ध्यान देना चाहिए और जो कानूनी सलाहकार है उनसे सलाह लेकर अपना काम तुरंत करवा लेना चाहिए। अशांत धारा सहित सभी कानूनों का पालन करना हम सभी का कर्तव्य है।
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