सूरत : न्यू सिविल हॉस्पिटल में 87वाँ सफल अंगदान, ब्रेन-डेड जितेंद्रभाई गावित के अंगदान से दो लोगों को नई ज़िंदगी मिली

ब्रेन डेड घोषित होने के बाद तारापुर (नंदुरबार) के गावित परिवार ने दिखाई मानवता, दोनों किडनी की गईं डोनेट

सूरत : न्यू सिविल हॉस्पिटल में 87वाँ सफल अंगदान,  ब्रेन-डेड जितेंद्रभाई गावित के अंगदान से दो लोगों को नई ज़िंदगी मिली

सूरत। सूरत के न्यू सिविल हॉस्पिटल में आज 87वाँ सफल अंगदान संपन्न हुआ। महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले के तारापुर गाँव के निवासी ब्रेन-डेड जितेंद्रभाई घेडियाभाई गावित (उम्र 46 साल) के परिवार ने मानवता का परिचय देते हुए उनकी दो किडनी डोनेट कीं, जिससे दो जरूरतमंद मरीजों को नया जीवन मिला।

जानकारी के अनुसार, जितेंद्रभाई अपने पैतृक गाँव तारापुर में खेत से लाई गई कपास को रिक्शा में लाद रहे थे, तभी उन्हें चक्कर आया और वे रिक्शा से गिर गए। गंभीर हालत में उन्हें 9 दिसंबर को सुबह 8:32 बजे सूरत सिविल हॉस्पिटल लाया गया।

आईसीयू में गहन इलाज के बावजूद, 12 दिसंबर की सुबह आरएमओ डॉ. केतन नायक, प्लास्टिक सर्जन डॉ. नीलेश कछड़िया, न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. जय पटेल, और न्यूरोसर्जन डॉ. केयूर प्रजापति की टीम ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया।

डॉ. नीलेश कछड़िया, डॉ. केतन नायक और इकबाल कड़ीवाला ने जितेंद्रभाई की पत्नी, बेटे और परिवार वालों को अंगदान का महत्व समझाया। दुख की इस घड़ी में भी, परिवार ने यह सोचकर अंगदान के लिए सहमति दी कि "हमारे अपने अब दूसरों के शरीर में ज़िंदा होंगे... उनका हिस्सा एक बार फिर किसी की ज़िंदगी में रोशनी फैलाएगा।"

दान की गई दोनों किडनी अहमदाबाद के आईकेडीआरसी हॉस्पिटल ले जाई गईं। सिविल मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. धारित्री परमार के मार्गदर्शन में डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ, सुरक्षा कर्मियों और स्वयंसेवकों ने इस अंगदान प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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