सूरत : सचिन जीआईडीसी ‘डी’ सबस्टेशन में 20 एमवीए की अतिरिक्त क्षमता, पावर ट्रिपिंग में कमी की उम्मीद
नया पावर ट्रांसफ़ॉर्मर और 4 नए 11 केवी पैनल लगाए गए; इंडस्ट्रियल यूनिट्स को नए कनेक्शन और अतिरिक्त लोड की सुविधा आसान होगी
सूरत। सचिन जीआईडीसी की औद्योगिक इकाइयों को लंबे समय से परेशान कर रही पावर ट्रिपिंग की समस्या को कम करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। रोड नंबर-6 स्थित 66 केवी सचिन “डी” सबस्टेशन में 20 एमवीए का नया पावर ट्रांसफ़ॉर्मर स्थापित किया गया है और कंट्रोल रूम का विस्तार कर चार नए 11 केवी पैनल जोड़े गए हैं। इससे औद्योगिक क्षेत्र में बिजली आपूर्ति क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
सचिन जीआईडीसी में ए, बी, सी, डी और ई—कुल 5 सबस्टेशनों से 90 जनरल फीडर और 17 एक्सप्रेस फीडर के जरिए इंडस्ट्रीज़ को बिजली सप्लाई की जाती है।
सचिन-डी सबस्टेशन में अब मौजूदा 48 एमवीए क्षमता के साथ 20 एमवीए अतिरिक्त क्षमता जुड़ गई,जिससे कुल इंस्टॉल्ड कैपेसिटी अब 80 एमवीए की प्रभावी उपयोग स्थिति में आ गई है।
साथ ही कंट्रोल रूम में पहले 16 पैनल थे, जिनकी संख्या बढ़ाकर 20 पैनल कर दी गई है। इससे न केवल बड़े और नए पावर कनेक्शन आसानी से उपलब्ध होंगे बल्कि जिन इंडस्ट्रियलिस्ट को अतिरिक्त लोड चाहिए, उन्हें भी तुरंत मंजूरी मिल सकेगी।
सचिन इंडस्ट्रियल यूनिट्स में लंबे समय से शिकायत थी कि डी सबस्टेशन के फीडरों पर बार-बार पावर ट्रिपिंग होती है, जिससे मशीनरी बार-बार बंद होती थी, प्रोडक्शन लॉस होता था, मेंटेनेंस कॉस्ट बढ़ जाती थी।
20 एमवीए की नई क्षमता और अतिरिक्त पैनलों के कारण लोड शेडिंग और ओवरलोडिंग की समस्या में कमी आने की उम्मीद है, जिससे ट्रिपिंग रेशियो काफी घटेगा।यह परियोजना सचिन इंडस्ट्रियल कंपनी सोसाइटी लिमिटेड, गेटको और डीजीवीसीएल की संयुक्त कोशिशों से पूरी हुई।
इस समाधान को आगे बढ़ाने में सोसायटी के पदाधिकारियों में किशोर पटेल (प्रेसिडेंट) नीलेश गामी (वाइस प्रेसिडेंट), मयूर गोलवाला (सेक्रेटरी), मितुल मेहता (नोटिफाइड चेयरमैन) शैलेश गोलवाला (को-ऑप मेंबर) ने गेटको और डीजीवीसीएल के वरिष्ठ अधिकारियों से कई दौर की मीटिंग कीं, जिसके बाद यह महत्वपूर्ण अपग्रेड सफलतापूर्वक पूरा हुआ।
अब सचिन जीआईडीसी की इंडस्ट्रीज़ को स्थिर बिजली, कम ट्रिपिंग और बेहतर उत्पादन क्षमता का लाभ मिलेगा, जिससे पूरे क्षेत्र के औद्योगिक वातावरण में सकारात्मक बदलाव आने की उम्मीद है।
