सूरत : कोरोना काल में स्मीमेरअस्पताल से अस्थाई कर्मचारियों की अचानक बर्खास्तगी

सूरत : कोरोना काल में स्मीमेरअस्पताल से अस्थाई कर्मचारियों की अचानक बर्खास्तगी

सूरत में कोरोना संक्रमण कम होने पर स्मीमेर अस्पताल प्रशासन ने अस्थायी वोर्ड बॉय और आया को नौकरी से निकालने पर असरग्रस्त कर्मचारीओंंने विरोध प्रदर्शन किया

स्मीमेर अस्पताल में वार्ड बॉय और आया के रूप में रखे गए अस्थायी कर्मचारियों की बर्खास्तगी पर आक्रोश
सूरत शहर में कोरोना काल के दौरान स्थिति बहुत तनावपूर्ण थी और लगभग 45 कर्मचारियों को अप्रैल के महीने में स्मीमेर अस्पताल में वार्ड बॉय और आया के रूप में अस्थायी आधार पर काम पर लिया गया था। कोरोना के समय उन्हें वार्ड बॉय और आया की नौकरी दी गई थी। 1 सितंबर को सुबह अचानक कर्मचारियों को नौकरी से निकालने के फैसले से कर्मचारी आक्रोशित हो गए। 
कर्मचारियों को अप्रैल 2021 में काम पर रखा गया था। फिर जुलाई में उनको रिन्यु किया गया और कोरोना के संचालन के लिए अनुबंध का नवीनीकरण किया गया। अनुबंध अगले महीने समाप्त होने वाला है हालांकि सितंबर में ही कर्मचारीओं को बर्खास्त करने का फैसला करने से सभी कर्मचारी हैरान रह गए। 
एक बर्खास्त कर्मचारी करण राजपूत ने कहा, जब हमें काम पर रखा गया था, तो हमें बताया गया था कि जब तक कोरोना का ऑपरेशन चलेगा, तब तक आपको ड्यूटी पर रखा जाएगा, लेकिन यह स्पष्ट किया गया था कि हम आपको अस्थायी आधार पर ले  रहे हैं। तीसरी लहर की संभावना अभी उभर रही है। दूसरी ओर हमारा अनुबंध 30 सितंबर तक था, एक महीने पहले ही हमें बर्खास्त करने का फैसला किया। हमने कहा गया कि अगर कोरोना का ऑपरेशन पूरा हुआ तो हमें लिखित में दें उसके बाद हमें नौकरी से निकाले लेकिन अस्पताल प्रशासन ने इस पर कोई सफाई नहीं दे रहे हैं। स्वास्थ्य अधिकारी आशीष नायक ने कहा, "हमने सितंबर तक प्रशासनिक मंजूरी मांगी थी। वर्तमान में कोरोना संक्रमण के बहुत कम मामले हैं जिसके कारण अस्थायी आधार पर नियुक्त इन अतिरिक्त कर्मचारियों की अब छंटनी की जा रही है। यदि फिर से ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है तो हम आवश्यक स्टाफ को अस्थायी आधार पर ले जाएंगे।
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