सूरतः इस्कॉन मंदिर द्वारा भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा की तैयारी, क्या मिलेगी मंजूरी!

सूरतः  इस्कॉन मंदिर द्वारा भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा की तैयारी, क्या मिलेगी मंजूरी!

कोरोना संक्रमण में कमी होने से रथ यात्रा को मंजूरी की मंदिर को उम्मीद

जगन्नाथ यात्रा हर साल जहांगीरपुरा क्षेत्र के इस्कॉन मंदिर से आयोजित की जाती है। भाई बलराम और सुभद्रा का रथ भगवान जगन्नाथ के साथ निकलता है। मंदिर के भक्तों ने रथ तैयार करने की तैयारी शुरू कर दी है। हर साल हजारों कृष्ण भक्त इस यात्रा में शामिल होते हैं। भक्तों को दर्शन देने के लिए भगवान स्वयं नगर में जाते हैं। इसका फायदा उठाने के लिए हजारों लोग सड़कों पर उतर आते हैं लेकिन कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार रथयात्रा की अनुमति मिलने की आशंका के बीच मंदिर में तैयारी चल रही है।
जगन्नाथ यात्रा का आयोजन इस्कॉन मंदिर द्वारा पिछले 28 वर्षों से किया जा रहा है। जगन्नाथ यात्रा पिछले साल भी कोरोना संक्रमण के कारण नहीं हो सकी थी, लेकिन इस बार धीरे-धीरे स्थिति नियंत्रण में आ रही है और भगवान जगन्नाथ के भक्तों को उम्मीद है कि इस साल रथ यात्रा परंपरा के अनुसार होगी। वर्षों की परंपरा अनवरत जारी रहेगी और सभी नागरिक भी ईश्वर के दर्शन के लिए उत्सुक हैं। इस बार रथयात्रा को भी आधिकारिक मंजूरी मिलने की संभावना है।
इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष वृंदावन दासजी ने कहा कि रथ यात्रा की तैयारी शुरू कर दी गई है। छोटे और बड़े दोनों रथ तैयार किए जाएंगे लेकिन पिछले साल भी कोरोना संक्रमण के कारण स्वीकृति नहीं मिलने के कारण हमने कम श्रद्धालुओं की उपस्थिति में महिलाओं को मंदिर परिसर में तब्दील कर रथ यात्रा की औपचारिक तिथि पूरी की। लेकिन तब स्थिति बहुत विकट थी, और कोरोना संक्रमण के मामले  भी अधिक थे। लेकिन इस बार हमें उम्मीद है कि भगवान जगन्नाथ की मूर्ति तैयार कर भगवान की यात्रा परंपरा के अनुसरा निकलेगी। लेकिन प्रशासन के जो भी आदेश होंगे उनका पालन किया जाएगा।
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