सूरत : करोड़ों रुपये में किडनी खरीदने की लालच देकर ठगी करनेवाला नाइजीरियाई आरोपी गिरफ्तार

सूरत : करोड़ों रुपये में किडनी खरीदने की लालच देकर ठगी करनेवाला नाइजीरियाई आरोपी गिरफ्तार

सोश्यल मिडिया में करोडो रूपये में किडनी खरीदने का विज्ञापन देकर लोगों से ठगी करनेवाले नाईजीरियाई आरोपी को सूरत पुलिस ने हरियाणा से गिरफ्तार किया।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे विज्ञापन से लोगों को ठगा गया
सूरत में कुछ दिन पहले  हुए बहुचर्चित किडनी घोटाले के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। भारत के विभिन्न प्रसिद्ध अस्पतालों के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाकर  यह विज्ञापन दिया गया था कि किडनी की बिक्री से 4 करोड़ रुपये मिलेंगे। यह विज्ञापन सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और भारतीय रिजर्व बैंक के नाम से फर्जी ई-मेल आईडी का इस्तेमाल भारत और अन्य देशों के लोगों को अलग अलग चार्ज बताकर उनसे पैसे ठगे गए थे। पूरा मामला सामने आने के बाद पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था उसके बाद मुख्य नाइजीरियाई आरोपी को जांच के बाद हरियाणा से पकड़ लिया गया। 
साइबर सेल के एक अधिकारी ने बताया कि मार्च 2020 से अक्टूबर 2020 के बीच एक ऑनलाइन फर्जी वेबसाइट बनाई गई जिसमें किडनी बेचने पर 4 करोड़ रुपये मिलेगे ऐसा विज्ञापन दिया गया था। लुभावने ऑफर देकर एक अंतरराष्ट्रीय धोखाधड़ी घोटाले का पर्दाफाश पुलिस ने किया है। इस मामले में शामिल आरोपियों को मोबाइल व्हाट्सएप नंबर 9090546609 पर संपर्क करने को कहा गया था। इसके बाद उन्होंने अपना परिचय डॉ. शिल्पा कुमार, मणिपाल अस्पताल, बैंगलोर के रूप में दिया। आरोपी ने ruchirsonkar @ rbi-ib.org नाम से एक फर्जी आरबीआई ई-मेल आईडी बनाई थी और भारतीय रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक रुचिर सोनकर के नाम का दुरुपयोग किया था। इस तरह सूरत के एक व्यक्ति को पूर्व नियोजित षडयंत्र के तहत फर्जी दस्तावेज बनाकर अलग-अलग बैंक खातों में 14,78,400 रुपये जमा कराकर ठगा गया। पुलिस ने पड़ताल की जिसके तहत साइबर सेल के अधिकारियों ने मुख्य नाइजीरियाई आरोपी को हरियाणा से गिरफ्तार कर लिया है। 
आरोपियों द्वारा गुर्दे की बिक्री से 4 करोड़ रुपये मिलेंगे ऐसी अलग अलग 40 से 50 अस्पताल है जिसमें  मणिपाल अस्पताल, अपोलो अस्पताल, मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, लीलावती अस्पताल, टाटा मेमोरियल, गार्डन सिटी अस्पताल, फोर्टिस अस्पताल, आदि की वेबसाइटों का उपयोग पकडे गए आरोपीने किया था। 
आरोपीयों द्वारा शिकायतकर्ता के  विभिन्न बैंकों के कुल 6 खातों को फ्रीज किया गया। अन्य 8 खातों में जहां रुपये उस खाते से अन्य खातों में स्थानांतरित किए गए थे  उन को फ्रीज कर दिया गया है। इस तरह कुल रु. 14,78,400 रूपये जमा कराए थे  जिसमें से अलग अलग बैंक एकाउन्ट में 9,60,461 को फ्रीज कर दिया गया है। इस अपराध में इस्तेमाल किए गए विभिन्न बैंकों के कुल 8 खातों के बैंक स्टेटमेंट की जांच करने पर रुपये 1,31,19,121 लेनदेन की सूचना मिली है। 
कॉक डागो ग्रेगोइरे-आइवरी कोस्ट (पश्चिम अफ्रीका)  टिकेन्द्रजीत धीरेनचंद्र बोरो उम्र 30 व्यवसाय-नौकरी निवास हाउस नंबर 45, सरावती ले आउट, फर्स्ट क्रॉस, टी.सी. पलिया, भट्टाराहल्ली, बैंगलोर, कर्नाटक-560049 मूल निवासी असाम ओझागांव पोस्ट चंगा पथार जिला उडलगुरी  से मोबाइल फोन- 14, लैपटॉप- 1, डोंगल-2,एटीएम कार्ड-1 जब्त किया गया। 
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