सूरत में ब्रेन डेड घोषित युवक के अंगदान से छह लोगों को मिली नई जिंदगी

सूरत में ब्रेन डेड घोषित युवक के अंगदान से छह लोगों को मिली नई जिंदगी

सूरत में ब्रेनडेड व्यक्ति के परिवारजनों द्वारा अंगदान का निर्णय लेकर ६ लोगों को नया जीवन प्रदान किया गया, सूरत से कोलकत्ता १९० मिनिट में फेफडे पहुचाकर प्रत्यारोपण किया।

कोलकाता में 190 मिनट में ट्रांसप्लांट किया गया फेफड़ा, ब्रेनडेड मनीष प्रवीणचंद्र शाह के परिवार ने उनके फेफड़े, किडनी, लीवर और आंखें दान की
सूरत में कोरोना की बीमारी से उबर चुके वैष्णव सूरती विशा खडायत समाज के ब्रेनडैड मनीष प्रवीणचंद्र शाह के परिवार ने  उनके फेफड़े, किडनी, लीवर और आंखें दान कर छह लोगों को नया जीवन प्रदान कर मानवता की खुशबू फैलाने और समाज को एक नई दिशा दिखाने का कार्य किया।  सूरत से कलकत्ता तक 190 मिनट में 1625 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद कोलकाता के 46 वर्षीय एक व्यक्ति में कोलकाता के मेडिका सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में फेफड़े का प्रत्यारोपण हुआ है। अहमदाबाद के आईकेडीआरसी में तीन जरूरतमंद मरीजों में किडनी और लीवर ट्रांसप्लांट किया गया है। 
पूजा रो-हाउस, जय अम्बे मंदिर के पास अडाजन, सूरत के 53 वर्षीय मनीष प्रवीणचंद्र शाह जो भटार में मनीष टेक्सटाइल्स एम्ब्रोडीर इकाई चलाते थे। मनीषभाई ने गुरुवार 16 सितंबर की रात सिर और बाएं हाथ में दर्द की शिकायत करने पर घर के पास रहने वाले डॉक्टर ने उनकी जांच की और दवा दी। 17 सितंबर की सुबह उनकी तबीयत और बिगडने पर परिवार के सदस्यों ने उन्हें  यूनाइटेड ग्रीन अस्पताल में डॉ. निलय देसाई द्वारा इलाज के लिए भर्ती किया। जांच के लिए एंजियोग्राफी करने पर हृदय के बाईं ओर एक ट्यूब में 100% रुकावट का निदान डॉ. धवल शाह ने किया। एन्जीयोप्लास्टी करके स्टेन्ट रखा गया उसके बाद आईसीयु में भर्ती करने पर एक घंटे के बाद वह बेहोश हो गए। सीटी स्केन करने पर दिमाग में खुन का गठ्ठा जम जाने की जानकारी न्युरो सर्जन ने दी। 19 सितंबर को चिकित्सकों ने मनीषभाई को ब्रेनडेड घोषित किया। डोनट लाईफ संस्था के निलेश मांडलेवाला की टीम ने मनीषभाई के परिजनों को अंगदान के बारे में जानकारी दी। परिवार के सदस्य अंगदान के लिए तैयार होने पर ब्रेनडेड मनीषभाई के फेफडे, किडनी, लिवर और आँखे दान करने पर अंग विफलता के जरूरत मंद 6 लोगों को नया जीवन मिला। 
सूरत से कोलकत्ता तक 1625 किलोमीटर का अंतर मात्र 190 मिनिट में पुरा करके फेफडे को कोलकत्ता के मेडीका सुपर स्पेशियालीटी अस्पताल में कोलकत्ता के ‌निवासी 46 वर्षीय व्यक्ति में प्रत्यारोपित किया गया। एक किडनी को बडौदा के 44 वर्षीय व्यक्ति में और दुसरी किडनी अहमदाबाद के 29 वर्षीय व्यक्ति में और लिवर बडौदा के 21 वर्षीय युवक में प्रत्यारोपित हुआ। आँखो को लोकद्रष्टि चक्षुबेंक में दान किया गया। ग्रीन कोरिडोर बनाकर अंगों को समय पर कोलकत्ता और अहमदाबाद पहुचाने के लिए सूरत शहर तथा राज्य के विभिन्न शहरों की पुलिस का सहयोग मिला। 
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