सूरत : टेक्सटाइल पर्व का दूसरा दिन, विशेषज्ञों ने दी टेक्सटाइल एजुकेशन, स्किल डेवलपमेंट और डिजिटल ग्रोथ पर अहम जानकारी

इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स ने युवाओं के लिए टेक्निकल स्किल्स की ज़रूरत और एंटरप्रेन्योर्स को LinkedIn के ज़रिए बिज़नेस बढ़ाने के तरीके बताए

सूरत : टेक्सटाइल पर्व का दूसरा दिन, विशेषज्ञों ने दी टेक्सटाइल एजुकेशन, स्किल डेवलपमेंट और डिजिटल ग्रोथ पर अहम जानकारी

सूरत। सदर्न गुजरात चैंबर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के ग्लोबल फैब्रिक रिसोर्स एंड रिसर्च सेंटर (GFRRC) द्वारा आयोजित टेक्सटाइल पर्व का दूसरा दिन ज्ञानवर्धक सत्रों के नाम रहा।

1 से 8 दिसंबर तक नानपुरा स्थित ‘समृद्धि’ में शाम 5:30 बजे आयोजित हो रहे इस उत्सव के दूसरे दिन, एक्सपर्ट्स ने टेक्सटाइल सेक्टर की भविष्य जरूरतों और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की भूमिका पर विस्तृत मार्गदर्शन दिया।

कार्यक्रम में PhD स्कॉलर और टेक्सटाइल ग्राफ के एडिटर अमरीश भट्ट ने टेक्सटाइल एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट की अहमियत पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि तेजी से मॉडर्नाइज़ हो रही इंडस्ट्री के बीच युवाओं के लिए टेक्निकल नॉलेज, नई स्किल्स और प्रैक्टिकल ट्रेनिंग का संयोजन बेहद ज़रूरी है।

गुणवत्तापूर्ण टेक्सटाइल शिक्षा न केवल रोजगार बढ़ाती है बल्कि भारतीय टेक्सटाइल सेक्टर को वैश्विक स्तर पर मजबूत पहचान दिलाती है। उन्होंने सुझाव दिया कि इंडस्ट्री-लिंक्ड इंस्टीट्यूशंस को स्किल-आधारित कोर्स और रिसर्च गतिविधियों को और बढ़ावा देना चाहिए।

दूसरी ओर सोशल नीमबू के फाउंडर दिव्यांक जैन ने एंटरप्रेन्योर्स को बताया कि आज के डिजिटल समय में LinkedIn सिर्फ सोशल मीडिया नहीं, बल्कि शक्तिशाली बिज़नेस नेटवर्किंग टूल बन चुका है।

उन्होंने टेक्सटाइल बिज़नेसमैन को बताया कि बेहतर प्रोफाइलिंग, नियमित कंटेंट शेयरिंग, सही नेटवर्किंग और इंडस्ट्री अपडेट्स के ज़रिए वे अपने बिज़नेस को नेशनल और इंटरनेशनल मार्केट में बड़ी आसानी से विस्तार दे सकते हैं। उन्होंने डिजिटल प्रेजेंस और आकर्षक कम्युनिकेशन स्ट्रैटेजी की जरूरत पर भी जोर दिया।

सदर्न गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स के वाइस प्रेसिडेंट अशोक जीरावाला ने कहा कि सूरत टेक्सटाइल इंडस्ट्री की आत्मा है। स्थानीय उद्यमियों ने मेहनत, नवाचार और विज़न के बल पर शहर को वैश्विक पहचान दिलाई है। टेक्सटाइल पर्व के दौरान विशेषज्ञों द्वारा साझा की जा रही ज्ञानसंपदा इंडस्ट्री को और मजबूत व गतिशील बनाएगी।

चैंबर ग्रुप के चेयरमैन गिरधरगोपाल मुंदड़ा ने बताया कि यदि सूरत के फैब्रिक्स को मॉडर्न टेक्नोलॉजी, आकर्षक डिज़ाइन्स और ग्लोबल स्टैंडर्ड पैकेजिंग के साथ जोड़ा जाए, तो भारत दुनिया का अग्रणी सप्लाई हब और मजबूत ट्रेड सेंटर बनकर उभर सकता है।

उन्होंने कहा कि सरकार निर्यात को बढ़ावा देने के लिए नीतियां आसान कर रही है, नए अंतरराष्ट्रीय बाजार खुल रहे हैं और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स ने एक्सपोर्टर्स के लिए अवसरों के विस्तृत दरवाज़े खोल दिए हैं।

GFRRC के को-चेयरमैन अतुल पटेल ने कार्यक्रम का संचालन किया, जबकि चैंबर की सीनियर मैनेजर सेजल पंड्या ने स्पीकर्स का परिचय कराया।
इन सत्रों में उपस्थित एंटरप्रेन्योर्स, बिज़नेसमैन और टेक्सटाइल प्रोफेशनल्स को ग्लोबल ट्रेंड्स, टेक्नोलॉजी, एजुकेशन और डिजिटल बिज़नेस ग्रोथ से जुड़ी अत्यंत उपयोगी जानकारी प्राप्त हुई।