सूरत : दक्षिण गुजरात टेक्सटाइल प्रोसेसर्स एसोसिएशन में ‘ज्ञान एवं प्रसार कार्यशाला’ का आयोजन
नई तकनीक, ऊर्जा बचत और एमएसएमई सहायता योजनाओं पर विशेषज्ञों ने दी विस्तृत जानकारी
सूरत। दक्षिण गुजरात टेक्सटाइल प्रोसेसर्स एसोसिएशन (एसजीटीपीए) की ओर से आज एसोसिएशन के सेमिनार हॉल में ‘ज्ञान एवं प्रसार कार्यशाला’ आयोजित की गई।
कार्यशाला में अध्यक्ष जितेंद्र वखारिया, दिल्ली से आए ईईएसएल के महाप्रबंधक गिरजाशंकर, वरिष्ठ प्रबंधक अनस आफताब, बीईई के वरिष्ठ प्रवासी आदित्य उपाध्याय, जीईडीए से राहुल सबदह, डब्ल्यूआरआई से मेहुल पटेल और उषा न्यूरोस से शुभम कुमार उपस्थित थे। इसके अलावा एसजीटीपीए के प्रमुख सदस्यों सहित उद्योग से जुड़े बड़ी संख्या में सहभागी उपस्थित रहे।
कार्यशाला का शुभारंभ बीईई के वरिष्ठ प्रवासी आदित्य उपाध्याय ने किया। उन्होंने कार्यक्रम की रूपरेखा और मुख्य उद्देश्यों का परिचय दिया, जिसका प्रमुख लक्ष्य उद्योगों को नई तकनीक, ऊर्जा संरक्षण और एमएसएमई योजनाओं के बारे में जागरूक करना था।
ईईएसएल के महाप्रबंधक गिरजाशंकर ने 2023 में एमएसएमई को समर्थन देने के उद्देश्य से तैयार की गई नई सहायता योजना की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की।
उन्होंने बताया कि यदि कोई उद्योग नई तकनीक में निवेश करता है और 10% से अधिक ऊर्जा की बचत संभव है, तो इस स्थिति में सूक्ष्म एवं लघु इकाइयों को 5% ब्याज पर सब्सिडी, मध्यम इकाइयों को 3% ब्याज पर सब्सिडी मिलेगी। उन्होंने कहा कि उन्नत तकनीक अपनाने से न केवल ऊर्जा की बचत होगी बल्कि औद्योगिक इकाइयों का राजस्व भी बढ़ेगा।
अध्यक्ष जितेंद्र वखारिया ने सदस्यों को बताया कि उन्होंने स्वयं इस योजना का लाभ उठाया और अपनी इकाई में महत्वपूर्ण बचत हासिल की। उन्होंने सदस्यों से अपील की कि वे भी इस योजना का लाभ उठाकर उत्पादन लागत कम करें और प्रतिस्पर्धा क्षमता बढ़ाएँ।
उन्होंने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर एसोसिएशन हर सीईटीपी क्लस्टर में इस योजना की जानकारी पहुँचाने की व्यवस्था करेगी। उद्योगों के लिए उपयोगी और ज्ञानवर्धक कार्यक्रम, कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य उद्योग जगत को आधुनिक तकनीक, ऊर्जा बचत के उपाय, और एमएसएमई प्रोत्साहन योजनाओं की सही एवं विस्तृत जानकारी प्रदान करना था, ताकि दक्षिण गुजरात के उद्योग वैश्विक प्रतिस्पर्धा में और मजबूत बन सकें।
