राजकोट : कर संग्रह शाखा में चिल्लर लेने से मना किया तो पुजारी ने मचाया हंगामा, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ मामला

राजकोट : कर संग्रह शाखा में चिल्लर लेने से मना किया तो पुजारी ने मचाया हंगामा, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ मामला

1800 का कर भरने के लिए चिल्लर लेकर पहुंचा था पुजारी, मीडिया और पुलिस भी पहुंची घटनास्थल पर

राजकोट नगर निगम की कर संग्रह शाखा में आज एक अनोखा नजारा देखने को मिला। कोठारिया क्षेत्र के हनुमानजी मंदिर के पुजारी कर संग्रह शाखा में अपनी 1,800 रुपये के कर का भुगतान करने के लिए लाए थे। पुजारी अपने इस कर को भरने के लिए चिल्लर लेकर पहुँच गए। हालांकि, कर संग्रह शाखा के अधिकारी ने इस चिल्लर को स्वीकार करने से इनकार कर दिया था। पुजारी ने इस बात का विरोध किया, पुजारी के कुल संपत्ति पर 1800 रुपये का कर लगाया गया था। जिसे भरने के लिए वह 700 से 800 रुपए का चिल्लर लेकर आए थे। 
हनुमान मंदिर के पुजारी हेमेन्द्र भट्ट ने कहा की उनकी आय का एकमात्र साधन मंदिर की दान पेटी में आने वाले रुपए है। इसलिए दान पेटी में जो रकम आई उसे लेकर वह कर भरने आया था। पुजारी ने कहा कि वह 700 से 800 रुपए चिल्लर लेकर आया था। पर कर संग्रह शाखा उसे लेने से मना कर दिया था। क्या चिल्लर भारतीय चलण नहीं है और यदि है तो तो कर संग्रह शाखा उसे लेने से मना क्यों कर रही है। 
इस बारे में मेयर प्रदीप दवे ने दखलगिरी करते हुए कहा कि वह पुजारी के साथ बातचीत करेंगे और पुजारी से वह चिल्लर लेकर खुद उसका कर भरेंगे। मेयर ने कहा कि अधिकतर लोग आजकल ऑनलाइन भुगतान करते है पर ऐसा काफी कम होता है। पर भविष्य में पुजारी जैसी तकलीफ किसी को ना हो इसलिए वह कर संग्रह शाखा में जरूरी निर्देश देंगे। जब कर संग्रह शाखा द्वारा चिल्लर में टैक्स लेने से मना किया तो पुजारी ने काफी हंगामा मचाया था, जिसके चलते मीडिया भी वहाँ आ पहुंची थी।
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