राजकोट : 85 साल की वृद्ध दादी ने 13 दिन में हराया कोरोना

राजकोट : 85 साल की वृद्ध दादी ने 13 दिन में हराया कोरोना

गोंडल की सिविल अस्पताल में दाखिल दादी को लेने बैंड बाजे के साथ पहुंचा परिवार, दादी के ना होने से 64 सदस्यों का परिवार था उदास

कहते हैं कि आत्मविश्वास से बड़ी से बड़ी समस्या का सामना किया जा सकता है। ऐसे ही घटना गुजरात में राजकोट के गोंडल शहर में हुई है जिसमें की जेठवा परिवार की 85 वर्षीय वृद्धा दादी को कोरोना हो गया था लेकिन दादी के मजबूत मनोबल और परिवार के स्नेह के कारण उन्होंने 13 दिनों में ही कोरोना को हराकर फिर से अपने घर लौटी हैं। दादी को फिर से स्वस्थ सुनकर परिवार इतना खुश हो गया कि बैंड बाजा के साथ दादी को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज करवाया और घर लेकर आए। घर के बुजुर्ग जैन तीर्थ धाम से आते हैं तब परिवार के लोग उनका आशीर्वाद लेते हैं। इसी तरह लोगों ने दादी का स्वागत किया।
 गोंडल के स्टेशन रोड क्षेत्र में रहने वाली रूपा बेन जयराम भाई जेठवा जो कि 85 साल की हैं उन्हें बीते दिनों कोरोना होने से गोंडल की सिविल हॉस्पिटल में दाखिल किया गया था। 13 दिन तक उपचार करवाने के बाद वह आप बिल्कुल स्वस्थ हैं। जब डॉक्टर ने परिवार जनों को बताई तो परिवार जैन खुशी से उछल पड़े और दादी को डिस्चार्ज कराने के लिए बैंड बाजा के साथ पहुंच गए। गोंडल के तहसीलदार कार्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर के तौर पर काम करने वाली रूपाबेन के पौत्र मिलन भरत भाई जेठवानी ने बताया कि परिवार की बुजुर्ग दादी मां हमें रोज फोन पर अपने स्वास्थ्य की जानकारी देती थी।
दादी को कोरोना हो जाने के कारण 64 सदस्यों का हमारा परिवार चिंता में डूब गया था और उनके लौटने का इंतजार कर रहा था। इन दिनों रूपाबेन अशोक भाई के साथ रहती हैं। उनके परिवार के लोग चाय पान की दुकान चलाते हैं। उल्लेखनीय है कि कोरोना बड़ी उम्र वाले लोगों के लिए ज्यादा घातक साबित हो रहा है वहां पचासी वर्षीय रूपाबेन के ठीक होने से पूरा परिवार और पूरे मोहल्ले में खुशी की लहर दौड़ गई है।