गुजरात : सरकार ने मानी इंटर्न और पीजी रेजिडेंट डॉक्टरों की मांग, बढ़ाया स्टाइपेंड

गुजरात : सरकार ने मानी इंटर्न और पीजी रेजिडेंट डॉक्टरों की मांग, बढ़ाया स्टाइपेंड

40 फीसदी बढोत्तरी से खुश हैं डॉक्टर्स और इंटर्न, कहा दुगने उत्साह के साथ करेंगे काम

कोरोना महामारी के बीच राज्य सरकार ने इंटर्न और पीजी रेजिडेंट डॉक्टरों को एक अच्छी खबर सुनाई। कोरोना संक्रमित मरीजों की जी जान से सेवा में लगे इंटर्न और पीजी रेजिडेंट डॉक्टरों की वजीफे(स्टेपैड) में 40 फीसदी की बढ़ोतरी की है। इस मुश्किल समय में अपना सब कुछ पीछे छोड़ लोगों की सेवा कर रहे डॉक्टर इसफैसले से काफ़ी खुश नजर आए। इस पर जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि अब जब सरकार ने हमारी मांग मान ली है तो हम और कड़ी मेहनत करेंगे। जूनियर डॉक्टर के विरोध के बाद 6,400 से अधिक डॉक्टरों का वजीफा बढ़ाया गया है।
आपको बता दें कि राज्य भर के ग्रामीण क्षेत्रों से भी कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में सरकार ने गुजरात के स्थापना दिवस पर “मेरा गाँव कोरोना मुफ्त गाँव” अभियान शुरू किया है। सीएम विजय रूपानी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए गांवों के सरपंचों से बात की और गांव को कोरोना मुक्त बनाने के लिए एक समिति बनाने सहित कई विचार दिए।
गौरतलब है कि आज से 15 दिनों के लिए गाँव के नेताओं ने “मेरे गाँव कोरोना मुक्त गाँव” अभियानके तहत अपने गांवों को कोरोना मुक्त बनाने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं। अब गांवों में कोरोना केस आने के बाद अब सभी लोगों से मास्क पहनने और सामाजिक दुरी का पालन करने का अनुरोध किया गया हैं। सीएम विजय रूपाणी ने काड़ा वितरण की भी बात कही हैं।