सूरत : शहर में 22 फरवरी से कैमरे वाली 50 आधुनिक इलेक्ट्रिक सिटी बसें चलेंगी
नई 12 मीटर लंबी बस में 33 बैठने की क्षमता, वांसी-बोरसी कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ई-बसों को हरी झंडी दिखाएंगे
नगर निगम के वर्कशॉप में रखी नई बस का परिवहन समिति ने निरिक्षण किया
सूरत नगर निगम 2025 तक शहर की सड़कों पर सार्वजनिक परिवहन सेवा के लिए 1000 इलेक्ट्रिक बसें चलाने की योजना बना रहा है। इनमें कैमरा सुविधा वाली पहली नई 50 इलेक्ट्रिक बसों को 22 तारीख को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हरी झंडी दिखाएंगे। अगले 1 महीने में 100 और इलेक्ट्रिक बसें भी आएंगी। जेबीएम कंपनी की नई इलेक्ट्रिक बस की खास बात यह है कि यह 12 मीटर लंबी है, जिसमें एक साथ 33 यात्रि बैठ सकते है। वर्तमान में नगर निगम द्वारा चलने वाली बसों की संख्या 9 मीटर लंबी है, जिनमें बैठने की क्षमता 26 है।
नगर निगम की परिवहन समिति के अध्यक्ष सोमनाथ मराठे ने जानकारी देते हुए कहा कि आज उन्होने बस डेपो की मुलाकात ली। जो बस चलने के लिए तैयार है उसमें बैठकर अधिकारियों के साथ निरिक्षण किया। नई बसों के लिए चार्जिंग पोईन्ट की व्यवस्था का निरिक्षण किया गया। नई 12 मीटर बस में 33 लोगों के बैठने की क्षमता है। इतना ही नहीं, बस में फ्रंट और बैक के साथ फुल कैमरा की सुविधा भी है। साथ ही पूरी फायर सेफ्टी के साथ इस एसी बस में जीएपीएस ट्रैकिंग सिस्टम भी है। साथ ही पैसेंजर ट्रैकिंग सिस्टम भी है। इससे टिकट चोरी रुकेगी।
जेबीएम कंपनी जो बसे चलाने वाली है उसमें से कुछ बस सूरत पहुंच चुंकी है। बाकी की बसे अगले महिने तक पहुंच जायेगी। कुछ बसे दिल्ली से सूरत आने के लिए रवाना हो चुंकी है। जो 20 फरवरी तक सूरत पहुंच सकती है। जेबीएम कंपनी के बस डेपो में जितनी बसे आयेगी उनका रजिस्ट्रेशन करके उन्हे 22 फरवरी के बाद शहर की सडको पर दौडाया जायेगा।
दिसंबर 2025 तक सूरत नगर निगम डीजल सीटीबस और बीआरटीएस बसों को चरणबद्ध तरीके से बंद कर देगा। फिलहाल सिटी, बीआरटीएस और इलेक्ट्रिक मिलाकर 700 से ज्यादा बसें चल रही हैं। जिसमें 497 डीजल बसें हैं। गौरतलब है कि सूरत महानगर पालिका 150-150 के हिसाब से चार चरणों में 600 इलेक्ट्रिक बसों का ऑर्डर दिया था। जिनमें से 250 इलेक्ट्रिक बसें शहर की सड़कों पर दौड़ रही हैं।