सूरत : चैंबर ऑफ कॉमर्स और शहर पुलिस के सहयोग सश्रमिकों की सुरक्षा के लिए उनकी साइकिलों पर रेट्रो रिफ्लेक्टर लगाए
उधना, पांडेसरा, सचिन और अमरोली में लगभग 4000 श्रमिकों की साइकिलों पर रेट्रो रिफ्लेक्टर लगाए
सूरत शहर के औद्योगिक क्षेत्रों में काम करने वाले मजदूर ज्यादातर घरों से कारखानों और कारखानों से घर जाने के लिए साइकिल का उपयोग करते हैं। अधिकतर रात के समय अंधेरे में साइकिल से गुजरते हैं, कई बार हादसे का शिकार हो जाते हैं। इन दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवाने की बारी भीआती है। उनकी साइकिलों पर रेट्रो रिफ्लेक्टर लगाने की योजना बनाई गई ताकि अन्य मोटर चालक उन्हें अंधेरे में भी देख सकें ।
दिनांक 15 जनवरी से 15 फरवरी तक यातायात राष्ट्रीय माह के रूप में मनाया गया। जिसके एक भाग के रूप में, दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की यातायात शिक्षा और जागरूकता समिति के तत्वावधान में 13 से 15 फरवरी, 2024 के दौरान उधना रोड नंबर 6 पर पुल के पास, डिंडोली में साई पॉइंट के पास, सचिन अधिसूचित क्षेत्र गेट नंबर 1 और अमरोली में अंजनी इंडस्ट्री के पास श्रमिकों की साइकिलों पर रेट्रो रिफ्लेक्टर लगाए गए।
चैंबर की यातायात शिक्षा एवं जागरूकता समिति की अध्यक्ष कामिनीबेन डुमसवाला, सह-अध्यक्ष कृष्णराम खरवर और समिति के अन्य सदस्यों तथा पुलिस उप आयुक्त अमिताबेन वानानी, सूरत शहर यातायात पुलिस उप निरीक्षक एस.जी. भुवा के सहयोग और अन्य पुलिस कर्मियों ने तीन दिनों के दौरान लगभग 4000 श्रमिकों की साइकिलों पर रेट्रो रिफ्लेक्टर लगाए। वहां से गुजर रहे कुछ मिल मालिक और सामाजिक कल्याण संगठनों के कर्मचारी भी इस कार्रवाई में शामिल हो गए।