सूरत : ओलपाड़ के देलाड पाटिया पर प्रदर्शन करने पहुंचे किसान एवं सहकारिता नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया
हरियाणा और पंजाब के किसान एक बार फिर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, किसानों ने धीरे-धीरे सरकार के खिलाफ अपने मुद्दे उठाने शुरु कर दिये हैं। इस आंदोलन की गूंज देश के अन्य कुछ हिस्सों में भी सुनाई दे रही है। सूरत जिले के ओलपाड तालुका के देलाड पाटिया में भी किसानों और सहकारी नेताओं ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया जिन्हें बाद में पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
इस मामले में किसान एवं सहकारिता नेता दर्शन नायक ने मीडिया से कहा कि सरकार किसानों के लिए कोई मजबूत फैसला नहीं ले रही है। किसानों को ध्यान में रखकर तैयार की गई स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करने की मांग की जा रही है। आज किसानों के लिए जिस तरह की स्थिति बन रही है वह आर्थिक रूप से बहुत खराब है। किसानों को समर्थन मूल्य दिलाने के लिए जो नीति घोषित करनी चाहिए वह सरकार नहीं कर रही है। जिसके कारण आज भी किसान आर्थिक बोझ से दबा हुआ है। इससे पहले कि हम आज सरकार की इस नीति के विरोध में इकट्ठा हो रहे थे, पुलिस का सहारा लेकर हमारी आवाज को दबाने की कोशिश की गई है। इस सरकार को शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन भी बर्दाश्त नहीं है।