सूरत : सूरत रेलवे स्टेशन रीडेवलपमेंट में तेजी, एसएमसी कमिश्नर ने एमएमटीएच प्रोजेक्ट साइट का निरीक्षण किया
मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब फेज-1 में 96% तक कार्य पूर्ण, जमीन अधिग्रहण और एलिवेटेड रोड के काम में तेजी के निर्देश
सूरत । सूरत म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (एसएमसी) कमिश्नर शालिनी अग्रवाल ने 09 दिसंबर 2025 को सीटको और निगम अधिकारियों के साथ सूरत रेलवे स्टेशन रीडेवलपमेंट के महत्वपूर्ण हिस्से—मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब (एमएमटीएच)—की साइट का निरीक्षण किया।
केंद्र सरकार के इस बड़े प्रोजेक्ट में वेस्टर्न रेलवे, गुजरात स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (जीएसआरटीसी) और सूरत म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन प्रमुख स्टेकहोल्डर हैं, जिन्होंने संयुक्त रूप से एमओयूसाइन किया है।
एमएमटीएच प्रोजेक्ट को आधुनिक सुविधाओं से लैस एक ऐसे केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है, जहां मेट्रो रेल, रेलवे, स्टेट ट्रांसपोर्ट बस, सिटी बस और बीआरटीएस जैसी सभी पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेवाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध होंगी। इसके लिए आसपास के क्षेत्रों में एलिवेटेड ब्रिज, सड़क चौड़ाई बढ़ाने और कनेक्टिविटी सुधारने की प्लानिंग शुरू की गई है।
निरीक्षण के दौरान कमिश्नर शालिनी अग्रवाल को सीटको के सीईओ द्वारा प्रोजेक्ट की आउटलाइन और वर्तमान प्रगति की जानकारी दी गई। कमिश्नर ने प्रोजेक्ट का विस्तृत रिव्यू करते हुए काम में तेजी लाने के निर्देश दिए।
उन्होंने मेट्रो रेल, लैंड एक्विजिशन ऑफिसर और एसएमसी अधिकारियों की संयुक्त कोऑर्डिनेशन मीटिंग बुलाने को कहा, ताकि प्रोजेक्ट से जुड़ी बाधाओं को शीघ्रता से हल किया जा सके।
उन्होंने एलिवेटेड रोड निर्माण के लिए आवश्यक निजी जमीन और सबरस गरनाला से सटी भूमि जल्द उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। वहीं, जीएसआरटीसी आईएसबीटी बिल्डिंग के अप्रोच के लिए मेट्रो कार्य के कारण रुकी हुई जगह को खोलने के आदेश जीएमआरसीएल को दिए, जिसका अधिकांश निर्माण सीटको द्वारा किया जा चुका है।
ड्रेनेज और पानी जैसी आधारभूत सुविधाओं को भी जल्द उपलब्ध कराने के निर्देश देते हुए कमिश्नर ने स्पष्ट किया कि प्रोजेक्ट की गुणवत्ता और समयसीमा दोनों सर्वोच्च प्राथमिकता पर हैं।
प्रोजेक्ट की प्रगति: फेज-1 में जीएसआरटीसी आईएसबीटी बिल्डिंग का 96% कार्य पूर्ण, ईस्ट साइड स्टेशन बिल्डिंग का 42% कार्य पूरा, फेज-2 में एलिवेटेड रोड कॉरिडोर का 25% कार्य पूरा।
एसएमसी ने इस प्रोजेक्ट के लिए अपनी 18,858 वर्ग मीटर जमीन सीटको को उपलब्ध कराई है, जिसकी अनुमानित कीमत 175 करोड़ रुपये है। इसके अतिरिक्त, एमएमटीएच के लिए आवश्यक 841 वर्ग मीटर जमीन प्राथमिकता के आधार पर अधिग्रहित की गई है, जिसके लिए 4.69 करोड़ रुपये का मुआवजा भुगतान किया गया।
लंबे हनुमान मंदिर क्षेत्र में एलिवेटेड ब्रिज निर्माण हेतु लगभग 200 वर्ग मीटर क्षेत्र खाली कराया गया है और 20 नवंबर 2025 को सीटको को सौंपा गया। लाल दरवाजा से आयुर्वेदिक कॉलेज तक सड़क को 80 फीट चौड़ा करने का कार्य भी शुरू है, जो एलिवेटेड रोड प्लान का हिस्सा है।
एमएमटीएच के लिए आवश्यक कुल 20,740 वर्ग मीटर जमीन की खरीद प्रक्रिया वर्तमान में जारी है।
सूरत शहर के सबसे बड़े ट्रांसपोर्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में से एक एमएमटीएच, पूरा होने पर शहर के ट्रैफिक मैनेजमेंट और पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को नया आयाम देने वाला साबित होगा।
