सूरत : चैंबर के टेक्सटाइल फेस्टिवल का समापन, सीएमएआई ने सूरत को गारमेंट हब बनने के लिए किया प्रेरित

सूरत में गारमेंट्स के लिए सब कुछ मौजूद-संतोष कटारिया, टेक्सटाइल छोड़ें नहीं, लेकिन नई पीढ़ी को गारमेंट्स में आगे बढ़ाएं-राहुल मेहता

सूरत : चैंबर के टेक्सटाइल फेस्टिवल का समापन, सीएमएआई ने सूरत को गारमेंट हब बनने के लिए किया प्रेरित

सूरत। सदर्न गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के ग्लोबल फैब्रिक रिसोर्स एंड रिसर्च सेंटर (जीएफआरआरसी) द्वारा 1 से 8 दिसंबर तक समृद्धि, नानपुरा में आयोजित टेक्सटाइल फेस्टिवल का समापन सोमवार, 8 दिसंबर को हुआ।

फेस्टिवल के अंतिम दिन क्लोदिंग मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीएमएआई) के चेयरमैन संतोष कटारिया और मेंटर राहुल मेहता मुख्य वक्ता और मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

चैंबर के प्रेसिडेंट  निखिल मद्रासी ने स्वागत भाषण में कहा कि चुनौतियों के बावजूद सूरत का टेक्सटाइल सेक्टर तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि फैब्रिक में विकास हुआ है, लेकिन गारमेंट सेक्टर में अभी भी अपार संभावनाएं हैं। 

सीएमएआई चेयरमैन संतोष कटारिया ने कहा कि पूरे भारत में सूरत जैसा अनोखा प्लेटफॉर्म कहीं नहीं है। सूरत गारमेंट इंडस्ट्री के लिए तैयार प्लेटफॉर्म है।

उन्होंने कहा “गारमेंट इंडस्ट्री बढ़ाने के लिए सूरत में लेबर, रॉ मटेरियल, लॉजिस्टिक्स और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसी हर सुविधा मौजूद है।इसके बावजूद यहां गारमेंट सेक्टर का अपेक्षित विकास नहीं हुआ, जो आश्चर्य की बात है।”

कटारिया ने ई-कॉमर्स, ईबीओ, सीएमएआई बी2बी प्लेटफॉर्म और फ्रंट-एंड मार्केटिंग जैसे नए सेल्स चैनलों पर विस्तार से मार्गदर्शन दिया। उन्होंने कहा कि ब्रांड तैयार होने के बाद सोशल मीडिया उसकी पहुंच को पूरे देश में तेजी से बढ़ा सकता है।

सीएमएआई के मेंटर राहुल मेहता ने कहा टेक्सटाइल अंततः गारमेंट्स का रॉ मटेरियल है। टेक्सटाइल और गारमेंट—दोनों को साथ लेकर चलना होगा।अगर सूरत वैल्यू एडिशन में आगे बढ़े, तो अपार संभावनाएं खुलेंगी। 

कोई टेक्सटाइल छोड़ने की बात नहीं कर रहा, पर विस्तार के लिए डाइवर्सिफिकेशन जरूरी है। नई पीढ़ी को गारमेंट सेक्टर की ओर बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्होंने प्रोडक्टिविटी, टेक्नोलॉजी और आधुनिक उत्पादन प्रक्रियाओं को अपनाने पर ज़ोर दिया।

कार्यक्रम में चैंबर के ऑनरेरी ट्रेज़रर सीए मितेश मोदी, पूर्व प्रेसिडेंट महेंद्र काजीवाला और इंद्रवदन सहित कई इंडस्ट्रियलिस्ट और प्रोफेशनल्स उपस्थित रहे। जीएफआरआरसी  के को-चेयरमैन  अतुल पटेल ने सेशन का संचालन किया। अंत में, दोनों विशेषज्ञों ने उपस्थित दर्शकों के प्रश्नों का समाधान किया और फेस्टिवल का समापन हुआ।

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