सूरत : देश के 44 मेयर्स बने शहर के महेमान, टेक्सटाइल–डायमंड इंडस्ट्री और स्मार्ट सिटी मॉडल ने जीता दिल
ICCC सेंटर की अत्याधुनिक तकनीक को अपने शहरों में अपनाने की इच्छा, सूरत के विकास मॉडल से मेयर्स प्रभावित
सूरत। भारत के 16 अलग-अलग राज्यों से आए देश के 44 मेयर्स हाल ही में सूरत के विशेष दौरे पर पहुंचे। टेक्सटाइल सिटी और डायमंड सिटी के रूप में वैश्विक पहचान रखने वाले सूरत में मेयर्स का भव्य स्वागत किया गया।
इंदौर सहित विभिन्न शहरों के महापौरों ने सूरत के औद्योगिक विकास, उद्यमशीलता और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स को नज़दीक से देखा।दौरे की शुरुआत में मेयर डेलीगेशन ने सूरत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ मानी जाने वाली टेक्सटाइल और डायमंड इंडस्ट्री का निरीक्षण किया।
पांडेसरा क्षेत्र स्थित प्रसिद्ध लक्ष्मीपति क्लॉथ मिल में आधुनिक कपड़ा उत्पादन प्रक्रिया देखकर सभी मेयर खासे प्रभावित हुए। इसके बाद इच्छापोर स्थित ग्रीन लैब डायमंड कंपनी में हीरों के निर्माण की उन्नत तकनीक को देखकर डेलीगेशन ने आश्चर्य और प्रशंसा व्यक्त की।
उद्योग दौरे के बाद सभी मेयर सूरत नगर निगम के अत्याधुनिक ‘इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर’ (ICCC) पहुंचे। उधना–मगदल्ला रोड पर लगभग 100 करोड़ रुपये की लागत से बने इस सेंटर को देश के सबसे बड़े और सबसे आधुनिक कंट्रोल सेंटर्स में गिना जाता है।
यहां लगी 1000 स्क्वायर फीट की दो विशाल वीडियो वॉल के ज़रिए पूरे शहर की गतिविधियों की रियल-टाइम मॉनिटरिंग की जाती है। इसे देखकर कई मेयर्स ने अपने-अपने शहरों में भी ऐसी ही तकनीक लागू करने की इच्छा जताई।
ICCC सेंटर में 150 से अधिक कर्मचारी 24 घंटे शहर की सुरक्षा, ट्रैफिक और आपात सेवाओं की निगरानी करते हैं। कोरोना महामारी के दौरान इस सेंटर ने मामलों की ट्रैकिंग और मैनेजमेंट में भी अहम भूमिका निभाई थी। सूरत नगर निगम द्वारा शहर प्रबंधन के इस प्रभावी मॉडल को अन्य राज्यों के लिए आदर्श माना जा रहा है।
दौरे के अंत में मेयर्स की एक अहम बैठक आयोजित की गई, जिसमें शहरी विकास, स्मार्ट सिटी पहल और भविष्य की योजनाओं पर विचार-विमर्श हुआ।
सभी मेयर सूरत की मेहमाननवाज़ी, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स की सफलता और टेक्सटाइल–डायमंड इंडस्ट्री की ताकत से अभिभूत नजर आए। इस विज़िट से सूरत का राष्ट्रीय स्तर पर गौरव और अधिक बढ़ा है, और इसका विकास मॉडल अन्य शहरों के लिए प्रेरणा बनकर उभरा है।
