सूरत : एयरपोर्ट पर बड़ा खुलासा, 'फॉल्स बॉटम' वाले बैग से दो बार निकला करोड़ों का गांजा
हाइब्रिड गांजे की कुल ज़ब्ती ₹3 करोड़ से अधिक; तस्कर ने कार्बन पेपर लगाकर स्कैनर को दिया चकमा
सूरत। सूरत क्राइम ब्रांच ने बैंकॉक से आए एक तस्कर की हाई-टेक चाल को नाकाम करते हुए सूरत एयरपोर्ट से कुल 8 किलो 887 ग्राम हाइब्रिड गांजा (हाइड्रो वीड) जब्त किया है, जिसकी अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में कुल कीमत ₹3 करोड़ 11 लाख से अधिक है।
तस्कर ने अपने बैग में गुप्त 'फॉल्स बॉटम' बनाया था, जिसमें कार्बन पेपर का इस्तेमाल किया गया था ताकि वह एयरपोर्ट स्कैनर की पकड़ में न आ सके।
यह कार्रवाई 17 नवंबर, 2025 को शुरू हुई, जब क्राइम ब्रांच को सूचना मिली कि बैंकॉक से सूरत आ रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट (IX-263) में मुंबई के जफर खान उर्फ जफर मोबाइलवाला ड्रग्स ले जा रहा है।
पहला चरण: शुरुआती तलाशी में उसके बैग के ऊपरी हिस्से से 4 किलो 35 ग्राम हाइब्रिड गांजा मिला, जिसकी कीमत ₹1.41 करोड़ थी। दूसरा चरण (रिमांड): डीसीपी भावेश रोजिया ने बताया कि रिमांड के दौरान कड़ी पूछताछ में जफर खान ने कबूल किया कि बैग में और भी बड़ी मात्रा में ड्रग्स छिपा हुआ है, जिसे किसी ने नहीं देखा था।
पुलिस ने बैग की जाँच शुरू की और पाया कि तस्कर ने बैग के नीचे टायरों के पास एक विशेष माइक्रो-कैविटी (फॉल्स बॉटम) बनाकर एक गुप्त कम्पार्टमेंट बनाया था। बैग को खोलने के लिए पुलिस को एक कारीगर को बुलाना पड़ा।
कार्बन पेपर तकनीक: इस छिपे हुए सामान को एयरपोर्ट स्कैनर से बचाने के लिए पैकेटों के चारों ओर कार्बन पेपर लगाया गया था, जिससे स्कैनर को चकमा दिया जा सके।
कारीगर द्वारा बैग खोलने पर, गुप्त कंपार्टमेंट से 4 किलो 852 ग्राम गांजा और बरामद हुआ, जिसकी कीमत ₹1.69 करोड़ थी। इस तरह, क्राइम ब्रांच की सतर्कता से कुल 8 किलो 887 ग्राम ड्रग्स जब्त किया गया।
डीसपी रोजिया ने बताया कि इस मामले के तार तमिलनाडु के चेन्नई और महाराष्ट्र से जुड़े हैं। गिरफ्तार आरोपी जफर खान एक आदतन अपराधी है, जो पहले भी मुंबई में मारपीट, दंगा और चोरी के मामलों में पकड़ा जा चुका है। यह मामला एयरपोर्ट सुरक्षा प्रणालियों के लिए भी एक चेतावनी है कि तस्कर अब तकनीकी रूप से उन्नत तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
