राजकोट : एम्स के बाद बनेगा दुनिया का पहला किडनी के आकार का अस्पताल
गुजरात का पहला एम्स भी राजकोट में ही बनाया गया है
दुनिया का पहला किडनी के आकार का किडनी अस्पताल और अनुसंधान केंद्र जल्द ही राजकोट में आकार लेगा। बीटी सवाणी किडनी अस्पताल को सरकार द्वारा जमीन आवंटित कर दी गई है, अभी अतिरिक्त जमीन के लिए प्रक्रिया जारी है। इस अस्पताल के निर्माण के बाद राजकोर्ट में एक बड़ा मेडिकल हब बनेगा।
दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा (स्टैच्यू ऑफ यूनिटी), सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम (नरेंद्र मोदी स्टेडियम), सबसे बड़ा रिवरफ्रंट के ऐलान के बीच गुजरात में किडनी के आकार का अस्पताल बनाया जाएगा। यह अनोखा अस्पताल गुजरात के सौराष्ट्र के प्रमुख शहर राजकोट में बनाया जाएगा। इस अस्पताल भवन का डिजाइन किडनी के आकार का होगा। राजकोट में इस अनोखे किडनी अस्पताल की घोषणा ऐसे समय में की गई है जब राजकोट को कुछ ही दिनों में राज्य का पहला एम्स मिलने जा रहा है। गुजरात का पहला एम्स भी राजकोट में ही बनाया गया है।
राज्य सरकार ने दुनिया के पहले किडनी के आकार के अस्पताल के लिए जमीन आवंटित कर दी है। इस अस्पताल में एक रिसर्च सेंटर भी होगा। जिसमें देश-दुनिया के छात्र डॉक्टर शोध कर सकेंगे। इस अस्पताल का नाम बीटी सवानी किडनी हॉस्पिटल होगा। इस अस्पताल के निर्माण का मुख्य उद्देश्य किडनी का अच्छा और आधुनिक इलाज उपलब्ध कराना है। स्मार्ट सिटी के तहत अहमदाबाद, दिल्ली और विदेश के आर्किटेक्ट किडनी के आकार के ट्विन टावर बनाएंगे।
सवाणी किडनी हॉस्पिटल ने गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र में किडनी रोगों के इलाज के 21 साल पूरे करने के बाद इस अस्पताल के निर्माण का निर्णय लिया है। वर्ष 1998 में सौराष्ट्र क्षेत्र में किडनी रोगों की दुर्दशा को देखते हुए डॉ. प्रदीपभाई कणसागरा, देवजीभाई पटेल, जयंतीभाई फलदु, रमेशभाई पटेल ने सौराष्ट्र किडनी रिसर्च इंस्टीट्यूट, राजकोट नामक एक ट्रस्ट की स्थापना की। उसके बाद राजकोट में बीटी सवाणी किडनी हॉस्पिटल बनाया गया।
नए अस्पताल के निर्माण से दूर-दराज से लोग किडनी के इलाज के लिए राजकोट आ सकेंगे। पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजकोट में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन किया था। ऐसी स्थिति में एम्स राजकोट का शुभारंभ होने की तैयारी है, एक अद्वितीय किडनी अस्पताल के निर्माण से राजकोट में विश्व स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी। संयोगवश, दुनिया का पहला किडनी ट्रांसप्लांट विश्वविद्यालय भी गुजरात में है। वर्ष 2015 में, गुजरात के अहमदाबाद में इंस्टीट्यूट ऑफ किडनी डिजीज एंड रिसर्च सेंटर (IKDRC) की शुरुआत की गई थी।