सूरत : पिंजरे में छोड़ते समय कुत्ता पकड़ने वाले कर्मचारी के पैर में काट लिया
आवारा कुत्ता पकडने के दौरान युवक को काट लिया, एन्टी रेबिज की वेक्सीन दी गई
सूरत में स्थानीय लोगों पर कुत्तों के हमले के मामले अक्सर सुनने को मिलते हैं, लेकिन अब हमलों की सूची में कुत्ते पकड़ने वालों को भी शामिल कर लिया गया है। आज नगर निगम की कुत्ता पकड़ने वाली टीम के एक कर्मचारी को काटने का मामला सामने आया है। भेस्तान क्षेत्र से कुत्तों को पकड़कर पांजरापोल में छोड़ने के दौरान कुत्ते ने जाल से निकलकर कर्मचारी के पैर में काट लिया। इसलिए कर्मचारी को इलाज के लिए सिविल अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया।
जानकारी के मुताबिक, 18 साल का अनिल भीमभाई पारिया रेलवे स्टेशन के पास रहता है। पिछले 4 महीने से वह नगर पालिका की डॉग रेस्क्यू टीम में काम करके अपना गुजारा करते हैं। वे हर दिन अलग-अलग इलाकों में कुत्तों को पकड़ते हैं और उन्हें पिंजरे में छोड़ देते हैं। फिर इन कुत्तों को टीका लगाया जाता है और कृमि मुक्त किया जाता है। जब शहर में आए दिन कुत्तों के काटने के मामले सामने आ रहे हैं तो अनिल भी इन कुत्तों को पकड़ने में शामिल थे। सुबह अलग-अलग इलाकों से कुत्तों को पकड़कर भेस्तान के पांजरापोला में छोड़ा जा रहा था। इसी दौरान एक कुत्ते ने जाल से अनिल के पैर में काट लिया।
कुत्ते को पकड़ने की आपाधापी में अनिल को घायल अवस्था में सिविल अस्पताल ले जाया गया। यहां उन्हें तुरंत एंटी रेबीज विभाग में इंजेक्शन दिए गए। मौजूदा जांच में युवक को कोई गंभीर चोट नहीं लगी है और उसे इंजेक्शन की और खुराक लेने की तारीख दी गई है।
यहां बता दें कि जहां सूरत में कुत्तों का आतंक दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है, वहीं नगर निगम की ओर से टीकाकरण और कृमि मुक्ति का काम किया जा रहा है। हालाँकि कुत्तों के हमलों की घटनाएँ कम होती नहीं दिख रही हैं। पांच दिन पहले पांडेसरा इलाके में कुत्तों ने चार साल की बच्ची पर हमला कर उसे मार डाला था। ऐसे में नगर पालिका के टीकाकरण और टीकाकरण को लेकर सवाल उठ रहे हैं।