सूरत : डेटा एंट्री कार्य के बहाने अवैध कॉल सेंटर चलाने के आरोप में 7 गिरफ्तार
नौकरी इच्छुक उम्मीदवारों को डेटा एंट्री का काम देकर सटीकता को लेकर पेनल्टी वसूली जाती थी
सूरत के रिंग रोड राजहंस कॉम्प्लेक्स से एक अवैध कॉल सेंटर पकड़ा गया है। कॉल सेंटर द्वारा घर से काम करने के कोन्सेप्ट के आधार पर आम नागरिकों को टेलीफोनिक संपर्क के माध्यम से पैसा कमाने का लालच दिया गया और समझौते किये गये। अपने खिलाफ गलत मामले के डर से बडी राशि बेंक में ऑनलाईन ट्रान्जेक्शन कराकर ऑनलाइन लेनदेन के माध्यम से जबरन पैसे निकालने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। जिसमें कंप्यूटर डेस्कटॉप-7, मोबाइल फोन 15 और 3.39 लाख के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए हैं।
अठवा सिविल चार रास्ता राजहंस-2 कॉम्प्लेक्स कार्यालय क्रमांक बी-805 में अशरफ पहलवान ने ऑनलाइन डेटा एंट्री का काम करने के लिए ऑनलाइन अनुबंध किया है और ग्राहक ने समय सीमा के भीतर डेटा एंट्री का काम नहीं किया है और अनुबंध का उल्लंघन किया है। वकील के नाम से फोन कर पुलिस और कोर्ट में केस करने की धमकी देकर ग्राहकों को डराते थे, ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करते थे और लोगों से ठगी करते थे।
गिरफ्तार आरोपी
अमान अकबर गोरी ( उम्र 22वर्ष)
सलमान फ़िरोज़ पठान ( उम्र26वर्ष)
विनोद नानाभाई चौहान ( उम्र 30 वर्ष)
ताहिर मोइनुद्दीन गोरी ( उम्र 22 वर्ष)
आमीर हारून हुनानी (उम्र27 वर्ष)
जुनैद हुसैन पठान (उम्र20 वर्ष)
जेबुनिशा अज़हर शेख (उम्र23वर्ष)
इस तरह किया गया फर्जीवाड़ा
आरोपी गूगल सर्च से क्विकर मार्केटप्लेस से भुगतान करने वाले ग्राहकों के मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी प्राप्त करके व्हाट्सएप पर बात कर रहे थे। बाद में, जब लोग काम करने के लिए तैयार होते हैं, तो एयरो टेक सॉल्यूशंस नामक कंपनी का वेब पोर्टल लिंक पर डेटा एंट्री से संबंधित काम की जानकारी तथा कंपनी का काम दिया जाता था। कार्य का समायोजन इस प्रकार किया गया कि 80 से 85 प्रतिशत से कम ही कार्य सटीक हो सके। अनुबंध में 90 प्रतिशत से अधिक सटीक काम होने पर ही पेमेन्ट देने और यदि अनुबंध का उल्लंघन किया गया था तो 5460 और जुर्माना लगाया गया था। ये पैसे जबरन वसूलने धोखाधड़ी की जाती थी।