राजकोट : पारीवारिक कलह का करुण अंत, पिता ने जहर देकर बच्चों को मार डाला 

15 दिन पहले पति-पत्नी में हुआ था तलाक 

राजकोट : पारीवारिक कलह का करुण अंत, पिता ने जहर देकर बच्चों को मार डाला 

राजकोट जिला के गोंडल शहर के वोराकोटडा रोड पर स्थित हाउसिंग आवाज योजना के क्वार्टर में पिता द्वारा ही अपने दो बच्चों रोहित मकवाना (उम्र 03 वर्ष) और हरेश मकवाना (उम्र 13 वर्ष) को दवा के नाम पर जहरीला पदार्थ खिलाकर मार डालने का मामला सामने आया है। मृतक बच्चों की मां हीरल मकवाना ने अपने ही पूर्व पति राजेश मकवाना (47) के खिलाफ गोंडल सिटी बी डिवीजन पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस जांच में राजेश मकवाना को अपनी पत्नी हीरल मकवाना के चरित्र पर संदेह था। साथ ही समय-समय पर इस मुद्दे पर झगड़े भी होते रहते थे। इससे यह बात सामने आई है कि 15 दिन पहले पति-पत्नी का तलाक हो गया था। वहीं इस बात का खुलासा हुआ है कि दोनों मृतक बच्चे तलाक के बाद अपने पिता राजेश मकवाना के साथ रह रहे थे।

गोंडल सिटी बी डिवीजन पुलिस स्टेशन पीआई जे.पी. गोसाई के अनुसार, गोंडल शहर के वाराकोटडा रोड पर एक आवास योजना में रहने वाले रोहित और हरेश नाम के दो भाइयों को 15 तारीख की रात में उल्टी के बाद इलाज के लिए राजकोट शहर के सिविल अस्पताल में स्थानांतरित किया गया था। जहां पता चला कि 16 तारीख की रात करीब तीन बजे उनकी मौत हो गई। इस पूरे मामले में गोंडल सिटी बी डिवीजन पुलिस स्टेशन में दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज किया गया है।

प्रथम दृष्टया मामला संदिग्ध लगने पर पुलिस ने पैनल और फॉरेंसिक पीएम कराया। इस बीच मृत बच्चों के पिता से चालाकी से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसने दोनों बच्चों को दवा के नाम पर जहरीला पदार्थ खिलाने की बात कबूल किया। शुरुआती पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को गोलमोल जवाब दिए। मसलन, पत्नी से तलाक के बाद वह ज्यादातर समय बाहर ही खाना खाते थे। घटना की रात भी वह धर्मस्थल पर दर्शन करने गया था। जहां भोजन किया था। घर में फ्रिज में रखा एक्स्ट्रा खाना भी खाया। खाने के बाद दोनों बच्चे बाहर गली में खेलने लगे, जिसके बाद घर में उल्टी होने लगी।

एक समय बच्चों को दवा के नाम पर खिलाने वाले जहरीले पदार्थ खिलाने से भी इंकार कर दिया था। लेकिन पत्नी को तलाक देने के बाद उसने भावुक होकर बताया कि बच्चों की मां और पिता दोनों वह खुद हैं और उन्होंने बच्चों को जहरीला पदार्थ खिला दिया। पत्नी से तलाक के बाद दोनों बच्चों का भरण-पोषण कैसे होगा? साथ ही उन्होंने कहा है कि अगर वह काम पर जाएंगे तो उनके तीन साल के छोटे बेटे की देखभाल कौन करेगा आदि कई बातों को लेकर चिंतित हैं। यह भी पता चला है कि आरोपी अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम कर रहा है। हालाँकि,  आरोपी पिछले कुछ समय से वही काम नहीं कर रहा था, इसलिए वित्तीय संकट भी थी।

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