सूरत : एक करोड़ से ज्यादा के जीएसटी घोटाले में फरार चल रहे आरोपी गिरफ्तार

क्राइम ब्रांच ने असरफ खिमानी को क्राइम ब्रांच दबोच लिया

सूरत : एक करोड़ से ज्यादा के जीएसटी घोटाले में फरार चल रहे आरोपी गिरफ्तार

एक करोड़ से अधिक के जीएसटी घोटाले में फरार आरोपी को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी असरफ खिमानी सह आरोपियों को फर्जी बिल बनाता था। इस फर्जी बिल मामले में नितिन महेश्वर, महेश राठी और अरविंद वोरा नाम के आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। 

28 दिसंबर 2022 को दर्ज किया गया था अपराध

जीएसटी धोखाधड़ी के फरार आरोपी को दबोचने में सूरत क्राइम ब्रांच को बड़ी कामयाबी मिली है। 1,16,51,962 रुपये के जीएसटी घोटाले में फरार आरोपी असरफ सतार खिमानी को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। 28 दिसंबर 2022 को मामला दर्ज किया गया था। इस अपराध की जांच ईको सेल को सौंपी गई थी।

अभियोजक द्वारा दायर शिकायत के अनुसार, आरोपी नितिन महेश्वर, अरविंद वोरा, महेश राठी और अशरफ खिमानी ने एक आपराधिक साजिश रची और रुद्र एंटरप्राइजेज नाम की एक फर्जी फर्म बनाई। फिर उसने जीएसटी नंबर प्राप्त कर 1,16,51,992 रुपये की जीएसटी कर का भुगतान न करके और कुछ झूठे बिल बनाकर सरकार के साथ धोखाधड़ी की। 

इससे पहले इस मामले में चार्टर्ड अकाउंट नितिन महेश्वर, अरविंद वोरा और महेश राठी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जिसमें महेश राठी ने इस घोटाले को लेकर पुलिस के सामने अशरफ का नाम बताया था। जिसके बाद जांच कर रही पुलिस ने असरफ खिमानी को गिरफ्तार कर लिया है।

असरफ से पूछताछ करने पर आरोपी ने खुलासा किया कि उसने सह-आरोपी को 95 फर्जी बिल बनाकर दिया था। आरोपी ने फर्जी बिल बनाकर उसके बैंक खाते में राशि जमा करा दी। जिसमें से ढाई प्रतिशत कमीशन काटकर शेष भुगतान महेश राठी को दिया गया। आरोपी बिल ऑफ एक्सचेंज कहां से बनाता था और उसे इतने बिल कहां से मिलते थे, इसका पता लगाने के लिए क्राइम ब्रांच द्वारा आगे की जांच की जा रही है।

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