सूरत :  सिविल अस्पताल में अमरनाथ यात्रा के लिए स्वास्थ्य प्रमाण पत्र के लिए तीर्थयात्रियों की भीड़

सुबह से ही सिविल अस्पताल में लंबी कतारें लगी

सूरत :  सिविल अस्पताल में अमरनाथ यात्रा के लिए स्वास्थ्य प्रमाण पत्र के लिए तीर्थयात्रियों की भीड़

सिविल प्रशासन द्वारा तीर्थयात्रियों को प्रमाण पत्र देने के लिए विशेष काऊन्टर की व्यवस्था की 

सूरत के नए सिविल अस्पताल में अमरनाथ जाने के इच्छुक यात्रियों का स्वास्थ्य प्रमाण पत्र लेने के लिए सुबह से ही तांता लग गया। अस्पताल के पुराने ट्रॉमा सेंटर में सुबह छह बजे से ही लोगों की लंबी लाइन लग गई। खास बात यह है कि अमरनाथ यात्रा पर जाने के इच्छुक श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य प्रमाण पत्र की जरूरत होती है और सोमवार से यह स्वास्थ्य प्रमाण पत्र नए सिविल अस्पताल से जारी किया जा रहा है। इसे लेकर लोगों को थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस वजह से अस्पताल व्यवस्था ने भी और स्टाफ की मांग की है।

हर साल अमरनाथ यात्रा को लेकर लोगों में खासा उत्साह रहता है। इस साल भी अमरनाथ यात्रा के लिए जरूरी स्वास्थ्य प्रमाण पत्र लेने के लिए लोग सुबह से ही सूरत के नए सिविल अस्पताल के बाहर लाइन में लग गए। लिहाजा आज स्वास्थ्य प्रमाण पत्र मिलने का पहला दिन होने के कारण टोकन सिस्टम शुरू नहीं होने और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

सूरत के न्यू सिविल अस्पताल के पुराने ट्रॉमा सेंटर में स्वास्थ्य प्रमाण पत्र जारी हो रहे हैं और अमरनाथ जाने के इच्छुक तीर्थयात्री बड़ी संख्या में स्वास्थ्य प्रमाण पत्र बनवाने आ रहे हैं और सुबह 6:00 बजे से ही पुराने ट्रॉमा सेंटर के बाहर लोगों की भीड़ लग गई। सिविल अस्पताल की। जबकि नए सिविल अस्पताल की व्यवस्था के माध्यम से 10 डॉक्टरों द्वारा अमरनाथ यात्रियों की जांच की गई और सभी जांच एक ही छत के नीचे करने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा यात्रियों को पहले दिन जो असुविधा हुई। इसे लेकर सिविल अस्पताल के और स्टाफ की मांग भी की गई है।

गौरतलब है कि अमरनाथ बेहद ठंडा इलाका है। इस बर्फ से ढके क्षेत्र में हर कोई नहीं जा सकता है और इसीलिए अमरनाथ यात्रा की अनुमति केवल तभी दी जाती है जब व्यक्ति का स्वास्थ्य अच्छा हो और इसलिए यात्रा से पहले व्यक्ति के स्वास्थ्य की जांच की जाती है और फिर एक प्रमाण पत्र जारी किया जाता है। तीन साल से छोटे बच्चे और 75 साल से बुजुर्ग लोगों को अमरनाथ यात्रा के लिए प्रमाणपत्र नही दिया जाता। 

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