
सूरत : हमलों की बढ़ती वारदातों के बीच नगर निगम ने कुत्तों को पकड़ने की क्षमता बढ़ाई, टीकाकरण तेज किया गया
सूरत महापौर ने हमलों की बढ़ती घटनाओं के पीछे बताये ये कारण - कुत्तों को भुख लगना, बच्चों के हाथों में खाने की चीज होना, प्रजनन समय और कुत्तों में बढ़ता मधुमेह
सूरत नगर निगम द्वारा आवारा कुत्तों के लिए किए गए कार्य पर सवाल उठ रहे हैं। अलथान गांव में एक लड़की पर कुत्ते के हमले की घटना के बाद करीब दस कुत्तों को प्रशासन ने खदेड़ दिया है। महापौर ने कुत्तों की आक्रामकता के बारे में बयान दिया कि कुत्तों में मधुमेह बढ़ रहा है और इस वजह से वे अधिक आक्रामक हो रहे हैं।
कुत्तों को टीकाकरण के लिए भेस्तान भेजा गया
कुत्तों के हमले से लोगों में खौफ पैदा हो रहा है। स्थानीय लोगों की शिकायत के बाद जागे सूरत नगर निगम ने कुत्तों को पकडने की कार्रवाही तेज कर दी है। खसीकरण और टीकाकरण करने वाली नगरपालिका टीम द्वारा कुत्तों पर तेजी से नज़र रखी जाती है। इसके बाद कुत्तों को टीकाकरण के लिए भेस्तान भेजा जाता है।
कुत्तों को पकड़ने की बढ़ी क्षमता
सूरत की मेयर हेमाली बोघावाला ने कहा कि जिस तरह से कुत्तों के काटने के मामले बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए सिस्टम हाई अलर्ट पर काम कर रहा है। कुत्तों के पिंजरे भी बढ़ा दिए गए हैं। कुत्तों को पकड़ने की क्षमता बढ़ाकर मेडिकल टीम को भी बढ़ाया गया है। सूरत में आवारा कुत्तों के लिए विशेष डॉक्टरों की एक टीम भी बनाई गई है।
बच्चों पर हमला दुखद है
महापौर ने कहा कि कुत्तों द्वारा हमले के कई कारण हैं जिसमें कुत्तो को भुख लगना, बच्चों के हाथों में खाने की चीज होना, प्रजनन समय और चिकित्सकों से हुई बात के अनुसार कुत्तों में मधुमेह की दर भी बढ़ रही है। कुत्तों के अधिक आक्रामक होने के लिए अन्य कारण भी जिम्मेदार हो सकते हैं। बच्चों पर इस तरह से हमले हो रहे हैं जो दुखद है। सिस्टम कोशिश कर रहा है कि भविष्य में सूरत में बच्चों पर कुत्तों के हमले की घटना न हो।
कुत्तों के हमले में दो मासूम बच्चों की जान चली गई
गौरतलब है कि सूरत में लंबे समय से आवारा कुत्तों का आतंक देखा जा रहा है। हालांकि कुत्तों के आतंक पर लगाम लगाने में सिस्टम पूरी तरह फेल साबित हुआ है। शहर में कुत्तों के हमले में अब तक दो मासूम बच्चों की जान जा चुकी है।
डॉक्टरों की एक विशेष टीम मौके पर
मेयर ने शहर में कुत्तों के हमलों की बढ़ती संख्या के लिए मधुमेह सहित अन्य कारणों को जिम्मेदार ठहराया है। उस समय कुत्तों के अधिक आक्रामक होने के कारणों का पता लगाने के लिए नगर निगम सरकार द्वारा डॉक्टरों की एक विशेष टीम तैनात की गई है। टीम कुत्ते के हमले के कारणों की जांच कर रही है।