स्वास्थ्य अधिकार विधेयक का विरोध में सूरत इंडियन मेडिकल एसोसिएशन भी अखिल भारतीय विरोध में शामिल हुआ

राजस्थान सरकार द्वारा पारित स्वास्थ्य अधिकार विधेयक के खिलाफ प्रदर्शन, काली पट्टी पहनकर काम पर जुटे

स्वास्थ्य अधिकार विधेयक का विरोध में सूरत इंडियन मेडिकल एसोसिएशन भी अखिल भारतीय विरोध में शामिल हुआ

भारत भर में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की 1700 शाखाओं और गुजरात राज्य की 110 शाखाओं ने आज राजस्थान सरकार द्वारा पारित स्वास्थ्य अधिकार विधेयक के खिलाफ अखिल भारतीय विरोध दिवस की घोषणा की। जिसमें सूरत इंडियन एसोसिएशन भी शामिल हुआ और काली पट्टी बांधकर विरोध जताया।

सूरत शहर के 4000 डॉक्टर शामिल हुए

आज काम करते हुए सूरत शहर के 4000 डॉक्टरों और पूरे गुजरात के 33000 सदस्यों सहित देश के 5.5 लाख पंजीकृत आईएमए सदस्यों ने काली पट्टी बांधी और काला दिवस मनाया। डॉ. योगेश कुमार देसाई (अध्यक्ष आईएमए सूरत) ने कहा कि स्वास्थ्य का अधिकार हमारे संविधान द्वारा भारत के नागरिकों को दिया गया है और इसे प्रदान करना राज्य की जिम्मेदारी है। असंवैधानिक बिल के जबरन कार्यान्वयन से निजी स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं में बाधा आएगी और उच्च  प्रौद्योगिकी संचालित स्वास्थ्य सेवाओं की मौत की घंटी बज जाएगी। जो कुल स्वास्थ्य सेवाओं का 65% है।

विधेयक पारित करने से पहले निराकरण लाना जरूरी

डॉ. विनेश शाह (सचिव आईएमए सूरत) ने कहा कि यह बिल लोगों के हित में नहीं है। बिल में कई अनसुलझे मुद्दे हैं। बिल पास करने से पहले कई मुद्दो का निराकरन लाने की जरूरत है। यह आंदोलन और तेज किया जाएगा।

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