गुजरात सरकार ने पेश किया 3 लाख 1 हजार 22 करोड़ का बजट

गुजरात सरकार ने पेश किया 3 लाख 1 हजार 22 करोड़ का बजट

उपचार के लिए मां कार्ड में अब 5 लाख की जगह 10 लाख का खर्च मिलेगा, सरकार ने बजट में किया ऐलान

15वीं विधानसभा का पहला बजट शुक्रवार को पेश किया गया। राज्य के वित्त मंत्री कानू देसाई दूसरी बार बजट पेश किया। वर्ष 2023-24 के लिए गुजरात सरकार का कुल बजट 3 लाख 1 हजार 22 करोड़ रुपये है। इस बजट में शिक्षा विभाग को सबसे ज्यादा बजट आवंटित किया गया है। जबकि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के लिए 15182 करोड़ का प्रावधान किया गया है। जिसमें स्वास्थ्य सुविधाओं से संबंधित राज्य के वित्त मंत्री के महत्व की घोषणा की गई है।

स्वास्थ्य बीमा की सीमा 5 लाख से बढ़ाकर 10 लाख की गई

प्रधानमंत्री ने जन आरोग्य और मां योजना कार्ड धारकों के इलाज का खर्च बढ़ा दिया है। इस योजना में प्रति परिवार 5 लाख रुपये की वार्षिक सीमा निर्धारित की गई थी। राज्य सरकार ने इस बार बजट में परिवार की वार्षिक सीमा में इजाफा किया है। स्वास्थ्य बीमा की सीमा 5 लाख से बढ़ाकर 10 लाख कर दी गई है।

कैंसर, मधुमेह एवं उच्च रक्तचाप जैसे रोगों के निदान और उपचार के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी

राज्य सरकार राज्य के सभी लोगों, विशेषकर भीतरी इलाकों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। सुपर स्पेशलिटी तक रेफरल और स्वास्थ्य उन्मुख सेवाओं के साथ-साथ प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं का दायरा बढ़ाया गया है। सरकार ने मरीजों के लिए दवाओं को सुलभ बनाने और आवश्यक निदान ​​सेवाओं के कवरेज को ग्रामीण स्तर तक बढ़ाने के लिए गहन योजना बनाई है। मातृ एवं शिशु कल्याण पर विशेष ध्यान देने के साथ इन सेवाओं को अधिक गहन और सुलभ बनाया जाएगा। साथ ही शहरी स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए सुनियोजित तरीके से अधोसंरचना सेवाओं का विस्तार किया जाएगा। कैंसर, मधुमेह एवं उच्च रक्तचाप जैसे रोगों के निदान और उपचार के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी।