सूरत : प्राइवेट ट्रावेल संचालकों और विधायक कुमार कानानी के बीच बढ़ती तकरार

कानानी ने बस संचालकों की मनमानी के खिलाफ सीएम को लिखा पत्र

सूरत : प्राइवेट ट्रावेल संचालकों और विधायक कुमार कानानी के बीच बढ़ती तकरार

पत्र में राज्य सरकार से मांग की कि बस संचालकों की मनमानी को देखते हुए सरकारी स्लीपिंग बसें शुरू की जानी चाहिए

सूरत शहर में प्राइवेट ट्रावेल संचालकों और विधायक कुमार कानानी के बीच तकरार लगातार बढ़ती जा रही है। भारी वाहनों के शहर में प्रवेश के लिए निर्धारित समय के लिए पुलिस आयुक्त द्वारा जारी अधिसूचना जारी की गई है। निजी ट्रावेल संचालक व विधायक इसके सही क्रियान्वयन को लेकर अड़े हुए हैं। ऐसे में विधायक कानानी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सरकारी बसें चलाने की मांग की है।

सरकार को तुरंत स्लीपिंग बसें चलानी चाहिए

सूरत में बहुत बड़ी संख्या में सौराष्ट्र निवासी और उत्तर गुजरात निवासी रहते हैं। सूरत में वराछा, कतारगाम, पुणा जैसे क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग सौराष्ट्र और उत्तर गुजरात की यात्रा करते हैं। निजी बसों में सफर करने वाले यात्रियों से ट्रावेल्स संचालक और एजेन्ट द्वारा मनमाना किराया वसूला जाता है। सौराष्ट्र, उत्तर गुजरात और कच्छ के लाखों लोग यहां रहते हैं। लोगों की मांग है कि  निजी बसें जिस रूट पर चलती है उस रूट का सर्वे करे और सरकारी बसें भी इसी रूट पर शुरू की जाएं।

निजी बस संचालक मनमाना किराया वसूलते हैं: कुमार कानानी

लाखों यात्री अपने गृहनगर तक पहुँचने के लिए निजी बसों का उपयोग करते हैं। यदि इस रूट पर सरकारी स्लिपिंग एसटी चालू कर दिया जाए तो यात्रियों को राहत मिलेगी। साथ ही सरकार भारी राजस्व भी उत्पन्न कर सकती है। कुमार कानानी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि तत्काल प्रभाव से सौराष्ट्र, उत्तर गुजरात और सौराष्ट्र के लिए सरकारी स्लिपिंग एसटी बसें चलाई जाएं। कई बार देखा गया है कि त्योहारों के दौरान ट्रावेल एजेंसियां ​​अपने गृहनगर जाने वाले यात्रियों से मनमाना किराया वसूलती हैं जिसे भी रोका जा सकता है।

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