सूरत : पुरानी जंत्री दर पर दस्तावेज पंजीयन कराने के लिए दिख रही है भीड़

सूरत : पुरानी जंत्री दर पर दस्तावेज पंजीयन कराने के लिए दिख रही है भीड़

उप पंजीयन कार्यालय में संपत्ति धारकों की भीड़, टोकन सिस्टम से हो रहे दस्तावेज

नई जंत्री दरों को लेकर असमंजस और बिल्डर संघों की नाराजगी के बीच राज्य सरकार ने अहम फैसला लिया है। राज्य सरकार ने 15 अप्रैल 2023 से नई जंत्री दर लागू करने का निर्णय लिया है। 15 अप्रैल तक राज्य में जहां जंत्री की पुरानी दरें लागू हैं, जिससे दस्तावेजों का पंजीकरण फिर से शुरू हो गया है। 

शनिवार और रविवार को की छुट्टी के बाद सोमवार को सूरत के उप पंजीयन कार्यालय में पुरानी जंत्री दर पर दस्तावेज करने के लिए संपत्ति स्वामियों की भीड़ लगी रहती है। टोकन पद्धति से प्रतिदिन 3 स्लॉट में 111 दस्तावेज बनाए जाते हैं। एक स्लॉट में 37 संपत्ति धारकों का दस्तावेजीकरण किया गया है।

बिल्डरों की लगातार दलीलों और विरोध के बीच राज्य सरकार ने फिलहाल अपना फैसला ठंडे बस्ते में डाल दिया है। इससे पहले राज्य सरकार ने रातोंरात यानी 5 फरवरी से नया जंत्री रेट लागू कर दिया था। सरकार के अचानक लिए गए इस फैसले से राज्य भर के बिल्डरों में काफी नाराजगी है। बिल्डरों का दावा था कि जंत्री की वजह से घर महंगे हो जाएंगे और लोगों पर बोझ बढ़ेगा। 

इसलिए सरकार ने बिल्डरों की मांग पर सतर्कता दिखाई और उच्चाधिकारियों के साथ बैठक कर जंत्री के क्रियान्वयन को फिलहाल स्थगित करने का निर्णय लिया। राज्य सरकार का दावा है कि यह फैसला लोगों के हित में लिया गया है. फिर अब पुराने जंत्री रेट से दस्तावेज पंजीयन का काम शुरू हो गया है।