गुजरात : कबूतरबाजों ने लालच में गंवाए एक करोड़, रात को होटल में डील हुई सुबह होते ही गायब हो गया रुपयों का बैग

गुजरात : कबूतरबाजों ने लालच में गंवाए एक करोड़, रात को होटल में डील हुई सुबह होते ही गायब हो गया रुपयों का बैग

लोभी-लालची हो तो धूर्त लोग भूखे नहीं मरते, इस कहावत को सार्थक करने वाली घटना की शिकायत इंफोसिटी थाने में दर्ज कराई गई

लोभी-लालची हो तो धूर्त लोग भूखे नहीं मरते, इस कहावत को सार्थक करने वाली घटना की शिकायत इंफोसिटी थाने में दर्ज कराई गई है। गांधीनगर के कुडासन में वीजा कंसल्टेंसी चलाने वाले एक एजेंट के यात्रियों को अवैध रूप से अमेरिका भेजने के लिए दिल्ली के शख्सों ने एक होटल में कैश दिखाने के लिए मीटिंग की थी। जिसमें एजेंट को कोई पदार्थ सूंघकर बेहोश कर दिया गया और दिल्ली के एजेंट एक करोड़ कैश लेकर भाग गए।

दिल्ली के एजेंटों ने गुजरात के एजेंटों को होटल में बेहोश कर लूटपाट की

मिली जानकारी के अनुसार गांधीनगर के रमेशभाई चौधरी कुडासन राधे आर्केड कॉम्प्लेक्स में ''गुड ओवरसीज'' नाम से वीजा कंसल्टेंसी चलाते हैं। वह मानसा के सौलैया गांव के राजू पटेल के वीजा पर काम करता था। जिससे उसकी मुलाकात वीजा पर काम करने वाले एजेंट गोविंदभाई पटेल से हुई। गोविंद रमेशभाई को अवैध वीजा पर काम करने के लिए मजबूर कर रहा था। गोविंद पटेल ने रमेशभाई को फोन किया और कहा कि जस बाजवा नाम का एक एजेंट जो अभी दिल्ली में रह रहा है वह मेरा दोस्त है। जिनका कार्य अच्छा है। यदि आप धन का निवेश करते हैं तो लाभ होगा। हमें बस रुपये का वीडियो 
बनाना है और जस बाजवा को दिखाना है।

यात्रा टिकट बुक कराकर सभी दिल्ली पहुंचे

रमेशभाई, गोविंद पटेल और दिव्या पंचाल नाम का एक अन्य एजेंट एकत्र हुए थे। फिर दिव्या भी उक्त शर्त पर अपने दो यात्रियों को भेजने को तैयार हो गई। रमेशभाई ने तय करके 25 जनवरी को रुपये का वीडियो बनाकर गोविंद को भेज दिया। अगले दिन वे सभी यात्रा टिकट बुक कराकर दिल्ली पहुंचे। जस बाजवा की मुलाकात एक होटल में हुई थी। फिर उसने व्यक्तिगत रूप से रुपये दिखाने को कहा। रुपये दिखाने के लिए तैयार हो जाने पर जस बाजवा के दो आदमी मेहसाणा पहुंचे। रमेशभाई ने बाजवा के आदमियों के लिए सरगासन के एक होटल में ठहरने का इंतजाम किया।

एक एजेंट ने एक करोड़ का इंतजाम किया

रमेशभाई दिल्ली से फ्लाइट से वापस आ गये थे और अलग-अलग दोस्तों से पहले 55 और फिर 20 इस तरह कुल एक करोड़ की व्यवस्था की। उस वक्त बाजवा के आदमियों ने कहा कि उक्त होटल में काफी भीड़ है, जिससे ठहरने की व्यवस्था कहीं और करने को कहा। इसलिए रमेशभाई ने अपने मित्र जयमिन पटेल के साथ भाईजीपुरा पाटिया के पास एक होटल में व्यवस्था की। बाद में उन्होंने दिल्ली के आदमियों के सामने कमरे में रुपये गिने और अलमारी में रख दिए। रात को सभी लोग भोजन करने के बाद सो गए।

इन्फोसिटी थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है

रात में अचानक घबराहट जैसे लगने से रमेशभाई की नींद खुल गई और उनकी छाती पर गद्दा लगा हुआ था। साथ ही कमरे में कोई नजर नहीं आया। जबकि अलमारी से रुपए भी गायब थे। तभी जयमिन पटेल का फोन आया कि दो आदमी फॉक्सवैगन कार में पैसे लेकर भाग गए हैं। बाद में रमेशभाई ने गोविंद और दिव्या समेत यात्रियों को गांधीनगर वापस बुला लिया। इस संबंध में रमेशभाई ने दिल्ली के जस बाजवा, अमित उर्फ ​​अमरिंदर व अन्य के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।