सूरत :  अरबपति की 9 साल की बेटी देवांशी ने दीक्षा ली, समारोह में शामिल हुए हजारों लोग

सूरत :  अरबपति की 9 साल की बेटी देवांशी ने दीक्षा ली, समारोह में शामिल हुए हजारों लोग

देवांशी ने 7 साल की उम्र तक 357 दीक्षा दर्शन किए हैं, उन्होंने 500 किलोमीटर की पैदल यात्रा भी की 

सूरत के एक हीरा व्यापारी की बेटी को लेकर एक अनोखी कहानी सामने आ रही है। 9 साल की उम्र में बड़े हीरा व्यापारी संघवी मोहनभाई की पोती और धनेश-अमीबेन की बेटी देवांशी ने दीक्षा ली। यह दीक्षा उत्सव 14 जनवरी से वेसु में आयोजित किया गया था। उनकी दीक्षा आज बुधवार 18-01-2023 को सुबह छह बजे से शुरू हुई। आज के दीक्षा कार्यक्रम में 35 हजार से अधिक लोग उपस्थित थे। देवंशी के दीक्षा समारोह की शुरुआत जैनाचार्य कीर्तिशसूरीश्वर महाराज ने की थी। 

देवांशी संगीत, स्केटिंग, भरतनाट्यम में माहिर हैं

सूरत में ही देवांशी की दीक्षा यात्रा का आयोजन किया गया। जिसमें 4 हाथी, 20 घोड़े, 11 ऊंटों ने इस यात्रा को भव्य बनाया। इससे पहले यह वर्षिदान यात्रा मुंबई से शुरू हुई थी। देवांशी संगीत, स्केटिंग, भरतनाट्यम में माहिर हैं। इसके अलावा देवांशी 5 भाषाएं जानती हैं। देवांशी ने वैराग्य शतक और तत्वार्थ अध्याय जैसे महान ग्रंथों को कंठस्थ कर लिया है।'

देवांशी ने कभी टीवी नहीं देखा, 500 किमी. पैदल यात्रा की है

देवांशी ने 7 साल की उम्र तक 357 दीक्षा दर्शन किए हैं। उन्होंने 500 किमी की पैदल यात्रा भी की है। इस दौरान उन्होंने कई तीर्थों की पैदल यात्रा की और कई जैन शास्त्रों को पढ़कर तत्व ज्ञान को समझा। उसके माता-पिता का कहना है कि हमारी बेटी ने कभी टीवी नहीं देखा। उन्होंने जैन धर्म में वर्जित वस्तुओं का भी कभी प्रयोग नहीं किया। वह शब्द लिखे हो वैसे कपड़े भी नहीं पहनती है।

दीक्षा समारोह जयकारों से गुंज उठा

सूबह  4 बजे से ही 16 डिग्री ठंड में देवांशी के दीक्षा समारोह को देखने के लिए दीक्षा नगरी में धर्मप्रेमीओं ने अपना अपना स्थान ले लिया। जैनाचार्य किर्तीयशसूरीश्वरजी महाराज के हाथों रजोहरण स्वीकार कर संयम जीवन की ओर देवांशी ने प्रयाण किया। बाल विरांगना देवांशी को तिलक किया गया और सूबह 10.12 बजे देवांशी को साध्वी श्री दीगंतप्रज्ञाजी म.सा. नया दिक्षित नाम दिया गया। इसी के साथ दीक्षा समारोह जयकारों के गुंज उठा

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