सूरत : नौकरी की आस में यूपी से आये किशोर ने हताश होकर खुदकुशी कर ली, स्यूसाइड नोट पढ़कर दिल पसीज जायेगा!

सूरत : नौकरी की आस में यूपी से आये किशोर ने हताश होकर खुदकुशी कर ली, स्यूसाइड नोट पढ़कर दिल पसीज जायेगा!

किशोर नौकरी की तलाश में दिल्ली गया और वहां से सूरत आया फिर भी नाबालिग होने के कारण कहीं काम नहीं मिला

मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाला युवक और वर्तमान में सचिन क्षेत्र में अपने मामा के बेटे के साथ रह रहा था जिसनेे तनाव में आकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। एक सप्ताह पहले किशोर नौकरी की तलाश में दिल्ली से सूरत आया था। नौकरी नहीं मिलने से वह मायूस था। उसने परिवार के नाम पांच पेज का सुसाइड नोट लिखा है।

सिविल अस्पताल व सचिन थाने से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के कल्याणपुर गांव निवासी रामलखन नथुप्रसाद श्रीनिवास (उम्र 17 वर्ष) वर्तमान में अपने मामा के बेटे पिंटू के साथ सचिन सुडा सेक्टर-3 में रह रहा था। रामलखन ने मंगलवार दोपहर अपने कमरे में पंखे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

नाबालिग होने से रामलखन को कोई नौकरी नहीं मिली 

रामलखन अपने गांव में 12वीं कक्षा में पढ़ता था। उनके पिता नाथूप्रसाद शिक्षक हैं। रामलखन पढ़ाई बीच में ही छोड़कर दिल्ली नौकरी करने चला गया। लेकिन वहां नौकरी न मिलने पर रामलखन ने सूरत में रहने वाले अपने मामा के बेटे पिंटू से सूरत आने की इच्छा जताई तो पिंटू ने उसे सूरत बुला लिया।

रामलखन एक सप्ताह पूर्व सूरत आया था। सूरत आने के बाद रामलखन ने सूरत के विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में नौकरी के लिए प्रयास किया। लेकिन रामलखन की उम्र कम होने के कारण उन्हें नौकरी नहीं मिल पाई। अपने पिता की आय कम होने के कारण, रामलखन ने अपनी पढ़ाई छोड़ दी और आर्थिक रूप से मदद करने के लिए नौकरी की तलाश शुरू कर दी। लेकिन नौकरी नहीं मिलने से वह मायूस था। रामलखन की तीन बहनें और एक छोटा भाई है। इस घटना के बाद परिवार में मातम पसर गया।

आत्महत्या करने से पहले रामलखन ने लिखी सुसाईट नोट

'मुझे पता है कि तुम मुझसे बहुत प्यार करते हो, लेकिन मुजे माफ कर देना मैं आपका साथ छोड़कर जा रहा हूं।' आत्महत्या करने से पहले रामलखन ने अपने पिता सहित परिजनों को संबोधित करते हुए सुसाइड नोट लिखा। इसमें उसने लिखा है, 'पापा मुझे पता है आप मुझसे बहुत प्यार करते हो, शायद ही दुनिया में कोई इतना प्यार करता होगा, पापा, मुझे माफ़ कर देना।  मैं आपका साथ छोड़ के जा रहा हुं, पापा मैं आपका बहुत बडा आभारी हूँ। मैं अपनी मौत के लिए जि़म्मेदार हूँ। मै पुलिस और अपने घरवालों से हाथ जोड़ कर बिनती करता हूं कि पिंटू भैया को कोई कुछ नहीं बोलेगा, नहीं तो मैं मर के भी अपनी आत्मा को शांत नहीं कर पाऊंगा।' उसकी सुसाइड नोट को पढ़कर पुलिस की भी आंखों में आंसू आ गए।

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