सूरत : पतंग की कातिल डोर से बाइक सवार का गला कटा, मौके पर ही दर्दनाक मौत

सूरत : पतंग की कातिल डोर से बाइक सवार का गला कटा, मौके पर ही दर्दनाक मौत

काम से घर जा रहे बाइक सवार का पतंग की डोर से गला काटा, नस कटने से मौके पर ही मौत

उत्तरायण के दौरान पतंग के कातिल मांजे से लोगों के घायल होने और मरने के मामले सामने आए हैं। कई मामलों में बच्चे पतंग चुराने के लिए भागते समय या छतों से गिरकर मर जाते हैं, अक्सर मोटर चालकों का गला कटने से चोट लगने की घटनाए होती है। सूरत के कामरेज चार रोड पर एक बाइक सवार गुजर रहा था, पतंक डोर से उसका गला कट गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।

पतंग की डोर से गला घोंटने से मौके पर ही मौत हो गई

सूरत के पास कामरेज चार मार्ग पर एक श्रमिक अपनी बाइक से गुजर रहा था। इसी बीच पतंग की डोर अचानक से आ जाने से चालक के गले में गंभीर चोट आई। पतंग की डोर चालक के गले में लगी और बाइक से नीचे गिर गया। युवक का गला बुरी तरह कटा हुआ था इससे उसकी मौत हो गई। इस घटना से समझा जा सकता है कि पतंग का मांझा (डोर) कितना खतरनाक है।

मौके पर ही मौत के बाद परिवार में शोक की लहर है

मकर संक्रांति में कई बार लोग बड़ी लापरवाही से पतंग उड़ाते हैं। इससे वाहन चालकों को परेशानी होती है। कामरेज चार मार्ग से गुजरने वाला बलवंत उर्फ ​​राजूभाई पटेल नवागाम का रहने वाला है। घटना उस समय हुई जब वह रविवार शाम को काम से घर लौट रहा था। पतंग की डोर गर्दन पर ऐसे घूमी मानो कोई धारदार हथियार हो। पतंग की डोर ने चालक की गर्दन पर किसी चाकू की तरह घायल कर दिया।

करघे की फैक्ट्री में काम कर घर लौटते समय हुई घटना

नवागाम के रहने वाले बलवंत उर्फ ​​राजूभाई पटेल 52 साल के थे। वह एक करघे के कारखाने में मजदूरी करने जाता था। वह नियमित रूप से रविवार शाम को करघे के कारखाने से लौटता था। अचानक, इससे पहले कि वह कुछ समझ पाता, कामरेज चार रास्ते के पास पतंग की डोर उसके गले से निकल गई। इससे उसकी गर्दन की नसें कट जाने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए कामरेज स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया।

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