सूरत : पिता विहीन 300 बेटियों के हाथों में लगाई मेहंदी, 24 आर 25 को है सामुहिक विवाह 

सूरत : पिता विहीन 300 बेटियों के हाथों में लगाई मेहंदी, 24 आर 25 को है सामुहिक विवाह 

बेटी जगत जननी के सामूहिक विवाह समारोह में 300 दुल्हन समेत 5000 से अधिक बेटियों ने हाथों में मेहंदी लगाई

सूरत के अब्रामा में 24 और 25 दिसंबर को 300 बेटियों का जगत जननी लग्नोत्सव होने जा रहा है जिसमें आज मेहंदी रसम का आयोजन किया गया। 5000 बेटियों के साथ 300 अनाथ बेटियों के हाथों में मेंहदी लगी थी। कार्यक्रम की शुरुआत प्रार्थना व दीप प्रज्वलन से की गई। साथ ही मेहंदी की रसम में मेहंदी के गाने भी बजाए गए।

पालक पिता ने मेंहदी लगाई

इस विवाहोत्सव में 300 बेटियों की शादी कराने वाले पालक पिता महेशभाई सावनी ने 300 बेटियों और अन्य बहन-बेटियों को पिता के स्नेह के साथ कहा कि जिसने भगवान को जन्म दिया वह बेटी है। इसीलिए इस समारोह का नाम "दिकरी जगत जननी" रखा गया है। साथ ही उन्होंने अपनी बेटियों के हाथों में मेहंदी भी लगाई।

ससूराल को स्वर्ग बनाने की सीख दी गई बेटियों को

बेटियों के लिए आदर्श जीवन की बात करते हुए महेशभाई ने कहा कि बेटी के लिए जरूरी है कि वह अपने ससुराल को स्वर्ग बनाए और परिवार के सभी सदस्यों को स्वीकार करे। एक बेटी को सहनशक्ति विकसित करने की जरूरत है। घर में सास, ससुर, ननन्द, देरानी-जेठानी की शिकायत न करें। बेटी के ससुराल से वापस आने पर परिवार को बहुत कुछ सुनना पड़ता है। इसलिए बेहतर है परिवार के बारे में सोचना और ससुराल में बसना। दूध में चीनी मिल जाती है उसी प्रकार से ससूराल में घुल मीला जाना है। शुरुआत में समय देंगे तो सफर आसान होगा। अगर कोई शिकायत है तो शांति से बैठकर बात करें और उसे सुलझाने की कोशिश करें, इसका अच्छा नतीजा आपको जरूर मिलेगा।

Tags: Surat