वड़ोदरा : 12 वर्षीय बच्ची को बार-बार दुष्कर्म कर मां बनाने वाला कुकर्मी अब 20 साल जेल में चक्की पिसेगा

वड़ोदरा  : 12 वर्षीय बच्ची को बार-बार दुष्कर्म कर मां बनाने वाला कुकर्मी अब 20 साल जेल में चक्की पिसेगा

स्कूल की छुट्टी के दौरान माता-पिता की सहायता करने खेत में काम करने जाती बच्ची को देखकर बिगड़ी सुखदेव की नियत, स्कूल के पीछे वाले खेत में बनाने लगा था संबंध

राज्य में लगातार दुष्कर्म की घटनाओं में इजाफा देखने मिल रहा है। आए दिन राज्य के किसी न किसी इलाके से महिलाओं के साथ हुये दुष्कृत्य की घटनाओं की खबरें वर्तमानपत्र में छपती ही रहती है। मासूम बालक से लेकर बुजुर्ग महिला किसी के लिए भी हवस के भूखे इन आरोपियों के मन में अंतर नहीं नजर आता। इसी बीच गुजरात के डभोई से ऐसा ही दुष्कर्म का एक और मामला सामने आया है, जिसमें मात्र 12 वर्ष की मासूम लड़की के साथ आरोपी ने बार-बार दुष्कर्म कर उसे एक संतान की माता बना दिया। पूरे मामले में आरोपी को दोषी मान कर कोर्ट द्वारा 20 साल की कड़ी सजा सुनाई गई है। 
विस्तृत जानकारी के अनुसार, डभोई के वढ़वाणा गाँव में रहने वाले परिवार की 12 साल की बेटी जो की कक्षा सात में पढ़ती है, छुट्टी के दिनों और वैकेशन के दौरान अपने माता-पिता के साथ खेतों में मजदूरी करने जाती थी। वहीं उसकी मुलाक़ात खेतों में काम करने के लिए आने वाले सुखदेव रावजी राठोड़िया से हुई। लड़की के साथ परिचय होने के बाद सुखदेव लड़की से मिलने के लिए आए दिन उसकी स्कूल जाता और कई बार स्कूल के पीछे आए खेत में उसके साथ संबंध भी बनाता। 
इसी दौरान लड़की किसी कारण अपनी बड़ी बहन के घर वडोदरा गई, जहां अचानक ही उसकी तबीयत खराब हो गई। इसके चलते बड़ी बहन उसे अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने जो उसे बताया वह सुनकर वह हैरान रह गई। इलाज के दौरान डॉक्टरों ने बताया की उसकी छोटी बहन गर्भवती है। जैसे ही उन्हें इस बात की जानकारी मिली तो बड़ी बहन और माँ ने किशोरी से इस बारे में पूछताछ की। माँ और बहन की पूछताछ में किशोरी ने सुखदेव की सारी हकीकत बयान कर दी। इसके बाद किशोरी ने एक बालक को जन्म दिया, जिसक डीएनए टेस्ट करवाने पर यह निश्चित हो गया कि इन सबके पीछे सुखदेव का ही हाथ था। डीएनए टेस्ट के सामने आने के बाद बड़ी बहन और माता ने सुखदेव के सामने शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत के आधार पर कोर्ट में दर्ज हुये केस की सुनवाई में कोर्ट ने आरोपी सुखदेव को 20 साल की कड़ी सजा का हुकम सुनाया था।