वडोदरा : ग्लोबल हेल्थ इनोवेशन में वडोदरा की बड़ी उपलब्धि

डॉ. सी. एस. बुच बने इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर प्रिसिजन हेल्थ के इंडिया चैप्टर के वाइस प्रेसिडेंट

वडोदरा : ग्लोबल हेल्थ इनोवेशन में वडोदरा की बड़ी उपलब्धि

वडोदरा के लिए यह गर्व का क्षण है कि जाने-माने हेल्थकेयर प्रोफेशनल डॉ. सी. एस. बुच को इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर प्रिसिजन हेल्थ (आईएसपीएच) के इंडिया चैप्टर का वाइस प्रेसिडेंट नियुक्त किया गया है। डॉ. बुच वर्तमान में इंडिया के लिए टेक्नोलॉजी-इनेबल्ड हेल्थकेयर के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं और करीब 0.5 लाख आईआईटियंस से जुड़े हुए हैं। आईएसपीएच एक वैश्विक पहल है, जो संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के साथ मिलकर प्रिसिजन हेल्थ के क्षेत्र में कार्य करती है।

हेल्थ मानव जीवन की मूलभूत जरूरतों में से एक है। प्रिसिजन हेल्थ का फोकस पर्सनलाइज्ड, प्रिवेंटिव और टेक्नोलॉजी-आधारित हेल्थकेयर सॉल्यूशंस पर है। हेल्थ टेक्नोलॉजी, डेटा एनालिटिक्स, जीनोमिक्स और डिजिटल हेल्थ टूल्स में तेजी से हो रही प्रगति के चलते प्रिसिजन हेल्थ से मरीजों के उपचार परिणाम बेहतर करने और हेल्थकेयर सिस्टम को अधिक मजबूत बनाने की उम्मीद की जा रही है।

इस उपलब्धि को और भी खास बनाता है यह तथ्य कि इंटरनेशनल एडवाइजरी कमेटी के सदस्य प्रो. रामचंद्रन, वडोदरा में आईएसपीएच इंडिया चैप्टर के चेयर के रूप में सक्रिय भूमिका निभाएंगे। डॉ. बुच की इस नियुक्ति से भारत में प्रिसिजन हेल्थ से जुड़े इनिशिएटिव्स को आगे बढ़ाने, इनोवेशन और कोलैबोरेशन को प्रोत्साहित करने तथा आम लोगों के हित में नई हेल्थ टेक्नोलॉजी के प्रभावी उपयोग को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।

आईएसपीएच इंडिया चैप्टर की औपचारिक घोषणा जनवरी माह में वडोदरा स्थित नवरचना यूनिवर्सिटी में आयोजित मेटाबॉलिज्म, टॉक्सिकोलॉजी, डायग्नोस्टिक्स और थेराप्यूटिक्स पर आधारित एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान संबंधित अधिकारियों द्वारा की जाएगी।

डॉ. सी. एस. बुच की यह नियुक्ति न केवल ग्लोबल हेल्थकेयर लीडरशिप में वडोदरा के बढ़ते योगदान को दर्शाती है, बल्कि आधुनिक और टेक्नोलॉजी-इनेबल्ड हेल्थकेयर के भविष्य को आकार देने में भारत की सशक्त होती भूमिका को भी उजागर करती है।

Tags: Vadodara