वडोदरा : पश्चिम रेलवे की ऐतिहासिक उपलब्धि, वडोदरा मंडल में स्वदेशी ‘कवच 4.0’ प्रणाली का सफल कमीशन
बाजवा–अहमदाबाद सेक्शन पर 96 किमी में लागू हुई अत्याधुनिक सुरक्षा प्रणाली, ट्रेन संचालन और अधिक सुरक्षित
रेल परिचालन में संरक्षा को और सुदृढ़ करने की दिशा में पश्चिम रेलवे के वडोदरा मंडल ने एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। 29 दिसंबर 2025 को वडोदरा मंडल के अंतर्गत 96 किलोमीटर लंबे बाजवा–अहमदाबाद सेक्शन पर स्वदेशी रूप से विकसित ‘कवच 4.0’ प्रणाली को सफलतापूर्वक कमीशन किया गया। यह उपलब्धि मंडल रेल प्रबंधक राजू भडके के कुशल मार्गदर्शन में वडोदरा मंडल के सिग्नल एवं टेलीकम्युनिकेशन विभाग द्वारा हासिल की गई।
कवच प्रणाली से लैस पहली ट्रेन 59549/59550 संकल्प फास्ट पैसेंजर 29 दिसंबर 2025 को वडोदरा से अहमदाबाद के लिए रवाना हुई। इस ऐतिहासिक यात्रा में लोकोमोटिव के भीतर मंडल रेल प्रबंधक राजू भडके सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने सफर कर स्वदेशी ‘कवच’ प्रणाली का प्रत्यक्ष अवलोकन किया। यह ट्रेन शत-प्रतिशत ऑपरेशनल उपलब्धता के साथ संचालित हुई, जिसके साथ ही बाजवा–अहमदाबाद सेक्शन पर ‘कवच 4.0’ का सफल कमीशन सुनिश्चित हुआ।
इस अवसर पर मीडिया को संबोधित करते हुए मंडल रेल प्रबंधक राजू भडके ने बताया कि माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के विजन को माननीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के मार्गदर्शन में भारतीय रेलवे तकनीकी रूप से साकार कर रही है। ‘कवच’ एक स्वदेशी ऑटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन (ATP) सिस्टम है, जो सिग्नल पास एट डेंजर (SPAD) की रोकथाम, स्वचालित गति नियंत्रण तथा आमने-सामने और पीछे से होने वाली टक्करों से सुरक्षा जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करता है।
उन्होंने बताया कि यह प्रणाली ट्रैक पर लगे RFID टैग और ट्रैक, सिग्नल तथा लोकोमोटिव के बीच संचार के लिए अल्ट्रा-हाई रेडियो फ्रीक्वेंसी (UHF) तकनीक का उपयोग करती है। इससे लोको पायलटों को केबिन में रियल-टाइम जानकारी मिलती है और यह प्रणाली सुरक्षित एवं अधिक कुशल ट्रेन परिचालन के लिए एक सतर्क प्रहरी की तरह कार्य करती है।
96 किलोमीटर लंबे बाजवा–अहमदाबाद खंड में ‘कवच’ प्रणाली के अंतर्गत कुल 17 स्टेशनों को कवर किया गया है, 23 टावर स्थापित किए गए हैं तथा 192 किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाई गई है। इसके साथ ही प्रतापनगर, अहमदाबाद और डिवीजन ऑफिस में नेटवर्क मॉनिटरिंग सिस्टम (NMS) भी स्थापित किया गया है।
इस सेक्शन पर ‘कवच 4.0’ के कमीशन होने से न केवल रेल संरक्षा में उल्लेखनीय वृद्धि होगी, बल्कि उच्च गति पर भी सुरक्षित और निर्बाध ट्रेन संचालन सुनिश्चित किया जा सकेगा।
