
वड़ोदरा : जानिए किस जानवर के भय से पेड़ पर सोने को मजबूर है गांववासी
By Loktej
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वड़ोदरा के पडरा गांव में लोग भैंस के बच्चे के कारण दहशत भरी जिंदगी जी रहे है
गाय और भैंस जैसे जानवर पालतू माने जाते है और ग्रामीण इलाकों में अधिकांश लोग इनको पालते है। लोग इनसे दूध प्राप्त करते है। साथ ही बोझ धोने जैसा काम करते है। वैसे तो ये जानवर बेहद शांत और मित्र प्रवृत्ति के होते है पर वडोदरा में इससे उलट नजारा देखने को मिल रहा है। यहाँ पिछले कुछ दिनों में एक भैंस के बच्चे ने आतंक मचाया हुआ है।
दरअसल वड़ोदरा के पडरा गांव में लोग किसी जंगली जानवर से नहीं बल्कि एक भैंस के बच्चे के कारण दहशत भरी जिंदगी जी रहे है। क्षेत्र में पाड़ा आतंक के कारण कई लोग घायल हो गए थे। लोग दहशत से बचने के लिए घर के बजाय पेड़ों पर सोना पसंद कर रहे हैं। बता दें कि डबका गांव से गुजरने वाली माही नदी के किनारे तलिया भट्टा इलाके में लंबे समय से लोगों भैंस के बच्चे के आतंक को झेल रहे है। यहाँ पाडा लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। पाड़ा का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि पाड़ा का नाम आते ही लोगों में खौफ पैदा हो जाता है।
आपको बता दें कि क्षेत्र के 100 से अधिक निवासी अपना घर छोड़कर खेतों में रह रहे हैं और उनमें से कुछ पाडा के डर से पेड़ों पर रात बिताने को मजबूर हैं। बीते कुछ दिनों में पाड़ा हमले में कई लोग घायल हो गए हैं। घटना की जानकारी होने पर पडरा के चौकसी नेता ने इलाके का दौरा किया और लोगों को परेशान करने वाले पाडा को पकड़ने के लिए तंत्र से मदद मांगी।