वडोदरा : लव जिहाद केस में नया मोड़, युवक के मुस्लिम होने की बात पहले से जानती थी युवती

वडोदरा : लव जिहाद केस में नया मोड़, युवक के मुस्लिम होने की बात पहले से जानती थी युवती

पत्नी की पति को जमानत देने की अपील, सरकारी वकील ने किया एफ़िडिविट का कडा विरोध

पिछले कई दिनों से चर्चा का केंद्र बने हुये वडोदरा के लव जिहाद केस में एक और मौड़ आया है। जिसमें युवती ने खुद युवक के मुस्लिम होने की बात की जानकारी होने की एफ़िडिविट दर्ज करवाई है। पीडिता ने कहा कि जो कुछ भी हुआ है उसकी मर्जी से हुआ है। इसलिए उसके पति को जमानत दी जाए। पीड़िता के इस बयान से राज्य में सबसे पहले दर्ज लव जिहाद के केस में नया मौड़ आया है। हालांकि पीड़िता कि इस एफ़िडिविट का सरकारी वकील ने कडा विरोध किया है। 
बता दे कि गुजरात धर्म स्वतंत्रता के नियम के तहत पुलिस द्वारा समीर अब्दुल कुरेशी को पुलिस ने हिरासत में लिया था। पुलिस द्वारा समीर पर दुष्कर्म का केस भी दर्ज किया गया था। जिसके चलते समीर ने दो दिन पहले ही अपनी जमानत के लिए कोर्ट में आवेदन दिया था। इसी बीच कोर्ट में युवती द्वारा भी एक ऐफ़िडिविट दर्ज किया गया था, जिसमें उसने समीर के मुस्लिम होने की बात पहले से ही जानते होने की बात स्वीकार की थी। साथ ही अपनी संतान का गर्भपात भी उसने अपनी मर्जी से ही करवाया था। 
हालांकि महिला के इस ऐफ़िडिविट पर सरकारी दलील ने आपत्ति उठाई थी। सरकारी वकील के अनुसार, जो ऐफ़िडिविट किया गया है वह किसी दबाव के बीच करवाए गए होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। सरकारी वकील ने कहा कि जिन दस्तावेजों को पुलिस को दिया गया है, वह और एफ़िडिविट में कि गई सही दोनों अलग है। इसके अलावा जब 17 जून को पुलिस में शिकायत दर्ज कि गई तो महिला ने 20 तारीख को अपना बयान देकर शिकायत को अपना समर्थन दिया था। 
केस की जांच कर रहे एससी एसटी सेल के एसीपी राठौड़ ने भी कोर्ट में कहा की यह एक गंभीर मामला है। यदि जमानत दी गई तो आरोपी गवाहों को गुमराह करने की कोशिश करेगे। धर्मपरिवर्तन और एट्रोसिटी एक गंभीर अपराध है। यदि इस तरह से जमानत मिल जाएगी तो अन्य लोगों को भी प्रोत्साहन मिलेगा। 
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