टीकाकरण के दौरान तंत्र की लापरवाही आई सामने, बिना टीका लिए युवक को मिल गया सर्टिफिकेट

लाइन में खड़े युवक को टीका लगने के पहले ही मिल गया सर्टिफिकेट का मैसेज, अधिकारियों ने गोल-गोल घुमाया

राज्य भर में लगातार तेजी से कोरोना के केस बढ़ते जा रहे हैं। फिलहाल हालत ऐसी है कि हर दिन 13000 से भी अधिक संक्रमित मरीजों की संख्या सामने आ रही है। हालांकि इस बीच हर दिन ठीक हो कर घर पर जाने वालों की संख्या भी 10,000 से अधिक होने की कारण सरकार ने भी राहत की सांस ली है। लोगों को जल्द से जल्द इलाज मिले इसलिए सरकार ने अपनी तरफ से सभी कदम उठाए हैं। इसके अलावा टीकाकरण भी तेजी से शुरू किया गया है। ऐसे में टीकाकरण कार्यक्रम के दौरान वडोदरा में तंत्र द्वारा एक गंभीर लापरवाही सामने आई है। जिसमें एक युवक ने जिसने टीका लिया भी नहीं था फिर भी उसके पास टीका लेने का सर्टिफिकेट गया। 
रिपोर्ट के अनुसार, अहमदाबाद के रविवार से 76 वैक्सीनेशन सेंटर पर 18 साल से अधिक उम्र के युवकों को वैक्सीन देना शुरू किया गया था। इसके अलावा वडोदरा के कारेलीबाग में आए मेंटल हॉस्पिटल में भी वैक्सीनेशन सेंटर शुरू किया गया था। जहां तंत्र की यह लापरवाही सामने आई थी। वडोदरा में रहने वाले श्रेयांश राठौड़ नाम के युवक ने वैक्सीनेशन के लिए अपना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया था। जब वह टीका लेने गया तो लाइन में खड़े होते हुए भी वैक्सीन ले लिए होने का सर्टिफिकेट मिल गया। टीका ना लिए होने के बावजूद सर्टिफिकेट मिल जाने के कारण श्रेयांश ने इस बारे में अधिकारियों से इस बारे में बात की। पर अधिकारियों ने गोल गोल बात कर उसे ताल दिया। 
उल्लेखनीय है कि ऐसा ही एक मामला सूरत में भी सामने आया था। जब एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति जो कि कुंभ के मेले में गए होने के कारण वैक्सीन नहीं ले सके थे। उनके मोबाइल पर टीका लिए होने का मैसेज आ गया था। हालांकि इसके बाद उनके पुत्र द्वारा इस बारे में मीडिया के सामने निवेदन देने के बाद पूरा मामला सामने आया था।