वडोदरा : स्वच्छ सर्वेक्षण पर वडोदरा ज़ोन रीजनल थिंक टैंक आयोजित, उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली नगरपालिकाओं को सम्मान
संतरामपुर, दाहोद, कलोल, हलोल और झालोद नगरपालिका को प्रमाणपत्र व नकद पुरस्कार; कचरा प्रबंधन, कार्बन-क्रेडिट और विज़िबल क्लीननेस पर हुई गहन चर्चा
स्वच्छ सर्वेक्षण-2024 के बेहतर क्रियान्वयन को लेकर वडोदरा में 9 दिसंबर 2025 को रीजनल थिंक टैंक का आयोजन किया गया। इससे पहले, 26 सितंबर 2025 को महात्मा मंदिर, गांधीनगर में राज्य स्तरीय थिंक टैंक आयोजित हुआ था। वडोदरा में हुए इस क्षेत्रीय कार्यक्रम में स्वच्छता से जुड़े प्रमुख मुद्दों, प्रोसेसिंग प्लांटों की प्रगति और “विज़िबल क्लीननेस” को लेकर व्यापक चर्चा की गई।
कार्यक्रम की शुरुआत एडिशनल कलेक्टर के स्वागत भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने कहा कि “सफाई एक संस्कृति है” और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शक विचारों के आधार पर स्वच्छ भारत मिशन की प्रगति व उसके प्रभाव का विस्तार से मूल्यांकन किया गया। उन्होंने बताया कि वडोदरा ज़ोन में वर्तमान में नौ प्रोसेसिंग प्लांट संचालित हैं और वर्ष के अंत तक चार नए प्लांट शुरू हो जाएंगे। इससे कचरा प्रबंधन संरचना में तेजी से मजबूती आएगी। साथ ही 2 लाख मीट्रिक टन पुराने कचरे के निस्तारण में हुई प्रगति पर भी चर्चा की गई।
डिप्टी मिशन डायरेक्टर ने वडोदरा ज़ोन की नगरपालिकाओं द्वारा प्रोसेसिंग प्लांट से जुड़े कार्यों की सराहना की और अन्य नगरपालिकाओं को शेष कार्य शीघ्र पूरा करने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया।
डिप्टी कलेक्टर ने पूरे चिंतन शिविर, विशेषकर किए गए SWOT विश्लेषण की प्रशंसा करते हुए कहा कि इससे सभी नगरपालिकाएँ अपनी वास्तविक चुनौतियों और क्षमताओं को स्पष्ट रूप से समझ सकीं। इसके बाद डभोई, संतरामपुर और दाहोद नगर पालिकाओं के चीफ ऑफिसर—जयकिशन तड़वी, यशपाल वधेला और दीपसिंह हठीला—ने अपनी श्रेष्ठ कार्यप्रणालियों और अनुभवों को साझा किया।
स्वच्छ सर्वेक्षण-2024 में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली संतरामपुर, दाहोद, कलोल, हलोल और झालोद नगरपालिकाओं को प्रमाणपत्र एवं रु.51,000 का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके अतिरिक्त ज़ोनल मैनेजर और सैनिटरी इंस्पेक्टर को प्रमाणपत्र एवं रु. 31,000 का पुरस्कार, सिटी मैनेजर (IT/SWM) को रु.21,000 का नकद पुरस्कार और प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया गया।
