वडोदरा के वैभव–आस्था पटेल की बड़ी सफलता: एरोपोनिक टेक्नोलॉजी से प्रीमियम कश्मीरी मोगरा केसर की खेती

कश्मीर जैसा नियंत्रित वातावरण बनाकर वडोदरा में उगा रहे हैं उच्च गुणवत्ता वाला केसर, खेती का क्षेत्र दोगुना—इस वर्ष अधिक उत्पादन की उम्मीद

वडोदरा के वैभव–आस्था पटेल की बड़ी सफलता: एरोपोनिक टेक्नोलॉजी से प्रीमियम कश्मीरी मोगरा केसर की खेती

 आधुनिक कृषि तकनीकों का प्रभावी उपयोग करते हुए वडोदरा के युवा कपल वैभव और आस्था पटेल ने प्रीमियम मोगरा कश्मीरी केसर की एरोपोनिक खेती में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। पारंपरिक रूप से शीत प्रदेशों में उगाई जाने वाली इस उच्च मूल्य की फसल को उन्होंने वडोदरा में एक नियंत्रित, कश्मीर जैसा माहौल तैयार कर सफलतापूर्वक उगाकर जिले में एक नई मिसाल कायम की है।

कपल द्वारा विकसित एरोपोनिक सेटअप में टेम्परेचर, ह्यूमिडिटी, न्यूट्रिएंट डिलीवरी और लाइट साइकिल को सटीक रूप से नियंत्रित किया जाता है, जिससे केसर में वही गहरा रंग और मोगरा जैसी उच्च गुणवत्ता वाली खुशबू प्राप्त होती है, जो कश्मीरी केसर की पहचान है। 

वैभव पटेल ने बताया कि तीन वर्ष पहले उन्होंने 100 वर्ग फीट क्षेत्र में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में केसर उत्पादन शुरू किया था। स्थानीय लोगों से मिले उत्साहजनक प्रतिसाद के बाद अब उन्होंने खेती का क्षेत्र बढ़ाकर 200 वर्ग फीट कर दिया है। वैभव के अनुसार, “एरिया बढ़ने से इस वर्ष उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि की उम्मीद है, और हमें पूरा विश्वास है कि इस बार एक किलोग्राम या उससे अधिक प्रीमियम केसर प्राप्त होगा।”

युवा किसानों को नई दिशा दिखाते हुए यह कपल भविष्य में सस्टेनेबल केसर उत्पादन पर फोकस कर रहा है। उनका लक्ष्य बीज उत्पादन को बढ़ाकर कश्मीर पर निर्भरता कम करना है तथा उत्पादन चक्र को साल में दो से तीन बार तक बढ़ाने की दिशा में भी काम जारी है। वैभव–आस्था पटेल की यह उपलब्धि वडोदरा में आधुनिक बागवानी और गैर-पारंपरिक फसलों की संभावनाओं को मजबूत करती है, साथ ही युवाओं को नवीन तकनीकों का उपयोग कर कृषि में नए प्रयोगों के लिए प्रेरित कर रही है।

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