वड़ोदरा : पति-ससुराल वाले थे अनजान और बहू लोगों को नौकरी दिलाने की करती रही जालसाजी

वड़ोदरा : पति-ससुराल वाले थे अनजान और बहू लोगों को नौकरी दिलाने की करती रही जालसाजी

नौकरी दिलवाने के बहाने वसूलती थी 20 से 25 हजार, डेढ़ साल के बाद ही छुट गई थी

वडोदरा की डिस्ट्रक्ट और सेशन कोर्ट में चपरासी और क्लार्क की नौकरी के लिए 1 दर्जन से अधिक लोगों से 20 से 25 हजार रूपए वसूल करने वाले वाली नवसारी कोर्ट की पूर्व कर्मचारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। नकली अप्वाइंटमेंट लेटर बनाकर देने के लिए ठग महिला को पकड़ने के लिए गोत्री पुलिस स्टेशन की टीम अटलादरा में उसके घर पर गई थी। यह देख कर उसके पति भी चौंक उठा था। 
घरवालों को भी रखा था अंधेरे में
इस महिला ने घर पर यह बताया था कि वह डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में काम करती है और अपने गाडी के बाहर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट वड़ोदरा का स्टीकर भी लगाया था। गोत्री के पीआई सुनील चौधरी ने बताया कि सिद्ध राज परमार नाम के शख्स तथा पश परमार के सगे भाई ने 28 दिसंबर को वडोदरा की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में चपरासी और क्लार्क की नौकरी के लिए हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल का अपॉइंटमेंट लेटर लेकर पहुंचे थे। वडोदरा की कोर्ट में रजिस्ट्रार ने हाई कोर्ट में इस मामले में जांच की तो कॉल लेटर फर्जी निकला। इस तरह से 10 अन्य लोगों से भी पैसे लेकर फर्जी अपॉइंटमेंट लेटर बनाए गए थे। प्रिंसिपल डिस्ट्रिक्ट एंड सेशन जज मेंगदे के नेतृत्व में रजिस्ट्रार प्रकाश त्रिवेदी ने पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई थी।
तीन साल पहले किया था लव मैरेज
बताया जा रहा है कि आरोपी दिव्या पटेल ने 3 साल पहले अक्षय रोहित के साथ लव मैरिज किया था। इसके पहले दिव्या नवसारी कोर्ट में क्लर्क के तौर पर नौकरी करती थी और डेढ़ साल के बाद उसकी नौकरी छूट गई थी। इसके बावजूद वह रोज सवेरे घर से निकलती और शाम तक कोर्ट की बिल्डिंग के कैंपस में घूमते रहती थी। नौकरी के लिए किसी को बुलाना होता तो वहीं बुलाती थी। बताया जा रहा है कि दिव्या ने जिन लोगों से नौकरी के लिए पैसे लिए थे, उनकी नियुक्ति नहीं होने पर जब उन्होंने दिव्या से पूछताछ शुरू की तो दिव्या ने अपने घर से उन्हें 1 महीने का पगार चुका दिया लेकिन दूसरे महीने फिर से बात उलझ गई, जिसके कारण वह पकड़ी गई.। 

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