
वड़ोदरा : पत्नी ने सासुमां की मौजूदगी में पति को रसीद दिए थे थप्पड़, जानिए बेबस पति की ये दास्तां
By Loktej
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मायके से वापिस लेने गए शिरीष को मोनिका ने जड़े थप्पड़, माता ने भी किया आत्महत्या का प्रयास, दूसरी और पुत्र ने दे दी जान
शहर के नजदीक आए करचिया इलाके में एक युवक ने पिछली रात मकान के पहले माले पर जाकर रूम में पंखे पर साड़ी से फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली थी। मृतक के पास से मिली अंतिमचिट्ठी में युवक ने लिखा था की पत्नी, सास और ससुर की प्रताड़ना के बाद आत्महत्या करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बच रहा। वह जो कर रहा है वह आत्महत्या नहीं है, पर उसका मर्डर किया जा रहा है।
मायके जाने के बाद नहीं आ रही थी वापिस
पुलिस के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, करचिया इलाके के आम्रपाली सोसाइटी में रहने वाले शिरीष हसमुखलाल दर्जी जो की एक निजी कंपनी में सेल्स डिपार्टमेंट में काम करता था। शिरीष की शादी सूरत के व्यारा में रहने वाली मोनिका के साथ हुई थी। डिलिवरी के लिए शिरीष अपने मायके गई थी, पर मायके जाने के बाद वह वापिस आने को तैयार नहीं थी। इसके चलते शिरीष और उसकी माता उसे समजाने के लिए उसके मायके गए थे।
शिरीष और उसकी माता द्वारा मोनिका और उसके माता-पिता को समजा रहे थे। इसके बाद शिरीष और उसकी माता मोनिका के भाई के घर गए थे। जहां मोनिका ठहरी हुई थी। पर मोनिका खुद भी ससुराल आने को तैयार नहीं हो रही थी और शोर मचा कर अपने पति शिरीष को दो तमाचे मार दिये थे। इसे लेकर शिरीष को काफी बुरा लगा था। इसके बाद दोनों माता पुत्र वापिस आ गए थे।
पुत्री की बेइज्जती देख माता ने भी की आत्महत्या की कोशिश
अपने पुत्र को खुद की आंखो के सामने बहू द्वारा मारे जाने की घटना शिरीष की माता को काफी बुरी लग गई थी। इसलिए वह बाजार जाने का बहाना बना कर छानी केनल के पास जाकर आत्महत्या करने पहुँच गई। हालांकि वहाँ आसपास खड़े रहे लोगों ने उन्हें बचा लिया था। वहीं दूसरी और शिरीष ने भी घर पहुँचकर मकान के पहले माले पर जाकर मंदिर वाले रूम में जाकर पंखे पर साड़ी का फंदा बनाकर फांसी खा ली थी।
पड़ोसियों ने दी पुलिस को जानकारी
दोपहर को शिरीष के कुछ संबंधी शिरीष के घर आए थे। पर उसने दरवाजा नहीं खोला तो उन्हें शंका गई। रिश्तेदारों नें शिरीष के पड़ोसियों को यह बात बताई। इसके बाद पड़ोसियों ने भी शिरीष को आवाज दी थी। पर शिरीष ने दरवाजा नहीं खोला था। शिरीष के दरवाजा नहीं खुलवाने के कारण लोगों ने पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने आकार शिरीष के घर का दरवाजा तोड़ा तो उन्हें शिरीष की लटकती हुई लाश मिली।
शिरीष का मृतदेह नीचे उतारकर पुलिस ने उचित कार्यवाही आगे बधाई थी। शिरीष के पास से मिली अंतिम चिट्ठी में उसकी पत्नी मोनिका, सास गीताबेन और ससुर कैलाश भाई के खिलाफ गंभीर आक्षेप किए थे। यही नहीं अपनी मौत को उसने आत्महत्या नहीं पर हत्या के तौर पर लिया जाए ऐसा उल्लेख किया था।
आत्महत्या के सिवाय नहीं है कोई मार्ग
शिरीष ने अपनी अंतिम चिट्ठी में अपनी व्यथा व्यक्त की थी। जिसमें लिखा था की उसे कुछ नहीं समज पड़ रहा है की वह क्या करें। वह हार मान चुका है। उसकी पत्नी मोनिका और उसके सास ससुर द्वारा लगातार उसे टोर्चर किया जा रहा है। वह आत्महत्या नहीं करना चाहता, उसे पता है की यह कायरता का प्रतीक है। पर अब उसके लिए आत्महत्या करने के अलावा कोई उपाय नहीं दिखता।
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